भाजपा हाईकमान ने स्वीकारी चुनाव में धामी की ‘मेहनत’

विस चुनाव में भारी जीत का दिया इनाम
युवाओं और महिलाओं को भाया चेहरा
देहरादून। तमाम कयासों को धता बताते हुए भाजपा हाईकमान ने एक बाऱ पुष्कर सिंह धामी पर भरोसा जताया है। इसकी बड़ी वजहों में उनका युवा होना तो है ही, हाईकमान ने विस चुनाव में उनकी मेहनत का भी सिला दिया है।
चुनाव में लगभग दो तिहाई बहुमत हासिल करने के बाद भाजपा ने सीएम चेहरे के ऐलान में 11 दिन का इंतजार करवाया। आखिरकार धामी को एक बार मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया गया है। बताया जा रहा है कि भाजपा हाईकमान के इस फैसले के पीछे कई वजहें रहीं हैं। पहली बात तो यह है कि धामी अभी युवा हैं और सियासत में उन्हें लंबी पारी खेलनी है। भाजपा ने माना कि युवा वोटरों ने धामी का चेहरा पसंद किया और पार्टी के पक्ष में मतदान किया।
दूसरी वजह यह रही कि हाईकमान ने यह भी स्वीकारा कि धामी ने बतौर सीएम चुनाव में खासी मेहनत की। अपनी खुद की खटीमा सीट फंसी होने के बाद भी धामी ने पूरे प्रदेश में पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में सभाएं कीं। भाजपा को भारी बहुमत मिला पर धामी ने अपनी हार को स्वीकारा और सिर्फ इतना ही कहा कि हाईकमान ने जो लक्ष्य दिया था, उसे उन्होंने पूरा कर दिया है। यहां यह भी लिखना समीचीन होगा कि धामी की खटीमा से हार में पार्टी के ही कुछ लोगों की अहम भूमिका रही। इसे जानते हुए भी धामी ने इसका कोई जिक्र नहीं किया।
तीसरी वजह यह रही कि धामी ने अपने अल्प कार्यकाल में ताबड़तोड़ फैसले न केवल किए, बल्कि उन पर अमल भी करवाया। इसका भी संदेश जनता में बेहतर गया। सबसे अहम यह रहा कि धामी के हारते ही एक दर्जन के करीब विधायकों ने उनके लिए सीट खाली करने की घोषणा की। भाजपा हाईकमान ने इसे भी एक तरह से धामी के पक्ष में विधायकों की रायशुमारी को ही माना।
अब धामी फिर से शपथ लेंगे और देखना होगा कि वे अपनी टीम में किसे शामिल करते हैं और पुरानी टीम के कुछ खास चर्चित चेहरों से कैसे अपना पिंड छुड़ाते हैं।
न्यूज वेट की ये खबर न पढ़ी तो कुछ भी न पढ़ा…..…तो ‘गैर विधायक’ बनेगा उत्तराखंड का नया सीएम !