विधायक निधि में पड़े हैं तीन अरब रुपये

मनोज ने सबसे कम और संजीव ने सबसे ज्यादा की खर्च
सूचना अधिकार से हुआ इसका खुलासा
स्वीकृतियां दावे बैठे अफसरःविधायक मनोज
देहरादूऩ। उत्तराखंड के वर्तमान विधायकों को 2017 से सितंबर- 2021 तक कुल 1256.50 करोड़ की विधायक निधि दी गई। इसमें से सितंबर तक 77 फीसदी यानि 963.40 करोड़़ खर्च किए गए और 23 फीसदी यानि 293.10 करोड़ की विधायक निधि खातों में पड़ी है। इसका खुलासा सूचना अधिकार अधिनियम के तहत मिली जानकारी से हुआ है।
काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता और वरिष्ठ अधिवक्ता नदीम उद्दीन ने विधायक निधि खर्च के बारे में सूचना मांगी थी। इसके जवाब में नदीम को उपलब्ध सूचना के अनुसार उत्तराखंड के 71 विधायक को 17.75 करोड़ प्रति विधायक की दर से 1256.50 करोड़ की विधायक निधि सितंबर 2021 तक उपलब्ध करायी गयी। इसमें से अक्टूबर 2021 के प्रारंभ में 293.10 करोड़ की विधायक निधि खर्च शेष है।
उत्तराखंड के 71 विधायकों में से 12 विधायकों की 70 प्रतिशत से कम विधायक निधि खर्च हुई है। सबसे कम विधायक निधि 50 प्रतिशत खर्च वालों में केदारनाथ विधायक मनोज रावत है। जबकि सर्वाधिक 90 प्रतिशत खर्च वाले नैनीताल विधायक संजीव आर्य हैं। इस मामले में विधायक मनोज रावत ने कहा कि वे अपनी निधि का 90 फीसदी पैसा खर्च करने की स्वीकृतिय़ां दे चुके हैं। उन्होंने डेढ़ करोड़ रुपये चिकित्सा उपकरणों की खरीद के लिए स्वीकृत किए हैं। लेकिन सवा साल में भी इस खर्च नहीं किया गया है। रावत ने कहा कि विधायक निधि का पैसा खर्च न करके सरकार विपक्षी विधायकों को बदनाम करने की कोशिश कर रही है।
नदीम को उपलब्ध सूचना के अनुसार 60 प्रतिशत विधायक निधि खर्च वाले विधायक धनसिंह है। 61 से 65 प्रतिशत खर्च वाले विधायकों में महेश नेगी, सुरेन्द्र सिंह नेगी, सहदेव पुण्डीर शामिल हैं। 66 से 70 प्रतिशत वालों में प्रीतम सिंह, मगन लाल शाह, मदन सिंह कौशिक, मुन्ना सिंह चौहान, करन मेहरा, पुष्कर सिंह धामी, विनोद चमोली, महेन्द्र भट्ट शामिल हैं।
71 से 75 प्रतिशत खर्च वाले विधायकों में प्रेम चन्द्र, यशपाल आर्य, सुरेन्द्र सिंह जीना, राजकुमार ठुकराल, केदार सिंह रावत, खजान दास, हरवंश कपूर, गोविन्द सिंह कुंजवाल, त्रिवेन्द्र सिंह रावत, सतपाल महाराज, राजकुमार, विजय सिंह पंवार, सुबोध उनियाल शामिल है।
76 से 80 प्रतिशत खर्च वाले विधायकों में राजेश शुक्ला, हरीश सिंह धामी, हरभजन सिंह चीमा, हरक सिंह, उमेश शर्मा, दीवान सिंह बिष्ट, पूरन सिंह फत्र्याल, भारत सिंह चौधरी, इन्द्रा ह्रदयेश, अरविन्द पाण्डे, आदेश सिंह चौहान (जसपुर), रेखा आर्य, देशराज कर्णवाल, बलवन्त सिंह, रितु खण्डूरी, सुरेश राठौर, चन्द्रा पंत, ममता राकेश, शक्तिलाल शाह, रघुराम चौहान, कैलाश गहतोड़ी, चन्दन राम दास शामिल है।
81 से 85 प्रतिशत खर्च वाले विधायकों में दिलीप सिंह रावत, गणेश जोशी, यतीश्वरानन्द, बिशन सिंह चुफाल, प्रेम सिंह राणा, मुकेश कोली, जीआईजी मैनन, मीना गंगोला, काजी निजामुद्दीन, प्रीतम सिंह पंवार, संजय गुप्ता, विनोद भण्डारी, सौरभ बहुगुणा, प्रदीप बत्रा शामिल हैं।
86 से 90 प्रतिशत खर्च वाले विधायकों में कंुवर सिंह चैम्पियन, राम सिंह केड़ा, फुरकान अहमद, आदेश चौहान (रानीपुर), बंशीधर भगत, धन सिंह नेगी, नवीन चन्द्र दुम्का, गोपाल सिंह रावत, तथा संजीव आर्य शामिल हैं।