वायरल अड्डा

पहेलीः आखिर कौन हैं ये जय प्रकाश तिवारी ?

एसीएस के पत्र में 11, एडीएम के पत्र में नौ, कर्णप्रयाग में पकड़े 12 और यूपी में गिरफ्तार सात लोग

विधायक त्रिपाठी के साथ उत्तराखंड यात्रा में शामिल तिवारी और दो गनर सहित चार लोग गायब

अपर मुख्य सचिव के पत्र में देहरादून नंबर की जिस गाड़ी का जिक्र है, वह तिवारी के नाम रजिस्टर्ड है

यूपी के बिजनौर में गिरफ्तार लोगों में तिवारी, दोनों गनर और विनय सिंह के नाम शामिल नहीं 

न्यूज वेट ब्यूरो

देहरादून। यूपी के विधायक अमनमणि त्रिपाठी और उनके साथ दस लोगों की जो सूची अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने देहरादून जिला प्रशासन को सौंपी थी, उनमें से दूसरे नंबर पर अंकित जय प्रकाश तिवारी कौन है? यह सवाल इसलिए भी उठ रहा है, क्योंकि त्रिपाठी के काफिले में शामिल देहरादून नंबर वाली गाड़ी तिवारी के नाम है। तिवारी और सूची में दिए गए दो गनर सहित चार लोग अचानक कहां गायब हो गए? बिजनौर में केवल सात लोग ही गिरफ्तार हुए हैं।

उत्तराखंड के अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने विधायक त्रिपाठी और उनके साथियों को लॉकडाउन में उत्तराखंड की सैर की पैरवी करने वाली जो चिट्ठी देहरादून जिला प्रशासन को लिखी थी, उसमें त्रिपाठी के बाद दूसरे नंबर पर जय प्रकाश तिवारी का नाम है। इसमें दो गनर अजय यादव व श्रीप्रकाश पासवान का नाम क्रमश- नौवें और दसवें नंबर पर लिखा है। 11 वें नंबर पर विनय सिंह का नाम अंकित है। हालांकि देहरादून जिला प्रशासन ने  अनुमति पत्र में दोनों गनर और एक अन्य का नाम शामिल नहीं किया था। अहम बात यह भी है कि कर्णप्रयाग में जब इन लोगों को रोका गया तो तीन वाहनों मेें 12 लोग थे। अब सवाल ये हैं कि बिजनौर पहुंचते-पहुंचते एक वाहन और चार लोग कहां गायब हो गए।

वहीं एक औऱ खास बात, देहरादून नंबर की जिस गाड़ी यूके 07बीबी 4033 का जिक्र अपर मुख्य सचिव की चिट्ठी में किया गया है, उसका रजिस्ट्रेशन जय प्रकाश तिवारी के नाम है। यह तिवारी कौन है और उत्तराखंड से यूपी लौटते समय तिवारी, विनय सिंह औऱ दो गनर गाड़ी सहित कहां गायब हो गए। क्या दोनों गनर तिवारी और विनय सिंह की सुरक्षा में थे। क्योंकि गनर बिजनौर में त्रिपाठी के साथ नहीं थे,जैसा कि बिजनौर पुलिस की कार्रवाई से स्पष्ट होता है।

अपर मुख्य सचिव का पत्र

जिला प्रशासन की अनुमति

 

 

 

 

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