“जनता को क्या मतलब कितने बनें सीएम”
मंत्री बंशी की “बंशी” से फिर निकली “बहकी धुन”
सोशल मीडिया में तो जमकर हो रहे हैं ट्रोल
पहले भी दे चुके हैं इसी तरह के बेतुके बयान
देहरादून। काबीना मंत्री बंशीधर भगत की बंशी ने एक बार फिर से बहकी धुन निकली है। बंशी का कहना है कि हम एक सीएम बनाए या दस। इससे जनता को क्या मतलब। अवाम को तो काम से मतलब रखना चाहिए।
काबीना मंत्री आए दिन अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। प्रदेश अध्यक्ष रहते वे कह चुके हैं कि अब मोदी के नाम पर वोट नहीं मिलने वाला। बहुत मिल चुका। अब जनता उसी को वोट देगी जो काम करेगा। इसके बाद उन्होंने चुनाव में किसी को भी पार्टी का चेहरा न बनाने की बात की। उस वक्त त्रिवेंद्र सिंह रावत सीएम थे। बंशी के इस बयान से त्रिवेंद्र खासे असहज हुए थे। इसके बाद बंशी की धुन एक बार फिर बहकी और तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष स्व. डॉ. श्रीमति इंदिरा ह्रदयेश के बारे में अमर्यादित टिप्पणी सार्वजनिक टिप्पणी कर दी। बाद में विवाद बढ़ा तो उन्हें माफी मांगनी पड़ी। काबीना मंत्री बंशी की धुन बार को और भी नए अंदाज में बहकी है। इस बार उऩकी धुन से जो लफ्ज निकले हैं वो सीधे आम जनता पर हमला करने वाले हैं। बार-बार सीएम बदलने के मामले में कांग्रेस इस समय भाजपा पर हमलावर है। इस बारे में बंशी से सवाल किया गया तो बोले, हम एक मुख्यमंत्री रखें, दो बदले या दस बदले। इससे जनता का क्या मतलब। कांग्रेस की इस तरह की बातों पर जनता भरोसा ही नहीं करेगी। हम दस सीएम बदलें, उससे आम जनता का क्या वास्ता। जनता को तो केवल विकास से वास्ता होना चाहिए।
पहले भी दिए विवादित बयान…पहले भी बहकती रही है ‘बंशी की धुन’