और ‘आप’ के जाल में फंसी ‘भाजपा’
आरोपों के जवाब से आम आदमी पार्टी के सियासी मंसूबे सफल
स्कूलों की स्थिति के मामले में घिरी सरकार
देहरादून। उत्तराखंड की भाजपा सरकार और भाजपा संगठन आखिरकार आप के सियासी जाल में फंसता दिख रहा है। आप ने उत्तराखंड के स्कूलों की स्थिति पर एक अभियान चलाया तो भाजपा और सरकार की ओर से जवाब दिया जा रहा है। हालात पर गौर करें तो साफ होगा कि भाजपा संगठन और प्रदेश सरकार आप के जाल में फंस गई है। अगर आप किसी के आरोप तव्वजो दे रहे हैं तो साफ जाहिर है कि आप कहीं न कहीं कमजोर हैं।
पिछले कुछ माह से आप ने उत्तराखंड में धूम मचा रखी है। पहले तो काबीना मंत्री मदन कौशिक को ललकारा तो पीछे हट गए। लेकिन मीडिया और सोशल मीडिया में जवाब देते रहे भाजपाई। फिर उत्तराखंड के स्कूलों की हालत पर एक अभियान चलाया। जवाब में भाजपा ही नहीं सरकार के मीडिया सलाहकारों ने भी उत्तराखंड के स्कूलों की हालत दिखाई। खास बात यह रही कि जवाब में जो स्कूल दिखाए गए वो औद्योगिक घरानों के सीएसआर फंड वाले थे।
अहम बात यह भी है कि आप अपने मंसूबे में कामयाब हो रही है। अगर आप के सवालों में दम नहीं था तो भाजपा क्यों उतरी मैदान में। वैसे आप का मकसद फिलहाल तो चर्चा में आने का ही है और वो अपने इस मकसद में सफल होती दिख रही है। अगर भाजपा किसी सियासी दल या किसी आरोप को महत्व नहीं दे रही है तो उस पर टिप्पणी क्यों। आप के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक बाली कहते हैं कि भाजपा और कांग्रेस के पास उत्तराखंड के अवाम के लिए कोई रोड मैप है ही नहीं, जनता के मुद्दों पर तो आप को ही लड़ाई लड़नी है। काशीपुर से जो अभियान शुरू किया है, इसे हर विस में चलाया जाएगा। जाहिर है कि आप को तव्वजो देकर भाजपा ये मान रही है कि 2022 में उसका मुकाबला इसी पार्टी से है। कांग्रेस आपसी कलह से ही नहीं निपट पा रही है।