चुनाव से पहले सर्वे में तो पुष्कर से आगे थे हरीश रावत

…क्या धामी और हरदा के बीच होगा मुकाबला !
गर ऐसा हुआ तो दिलचस्प होगी चंपावत की ‘जंग’
दोनों का सियासी कद तय करेगा सीट का ‘नतीजा’
देहरादून। सीएम पुष्कर सिंह धामी को कड़ी चुनौती देने का दावा करने वाली कांग्रेस क्या अपने दिग्गज हरीश रावत को चंपावत सीट से मैदान में उतारेगी। अगर ऐसा होता है तो यह सियासी जंग बेहद दिलचस्प होगी। इसकी वजह यह है कि चुनाव से पहले हुए खबरिया चैनल्स के सर्वे में बतौर सीएम हरदा उस समय सीएम धामी पर भारी पड़े थे।
कांग्रेस कह रही है कि चंपावत सीट पर सीएम धामी का कड़ा मुकाबला किया जाएगा। पर सवाल यह है कि पिछले चुनाव में टिकटों के बेचने के आरोप में घिरी कांग्रेस क्या ऐसा कर पाएगी। इसमें कोई दो राय नहीं है कि सीएम धामी को टक्कर देने के लिए कांग्रेस को किसी दिग्गज को ही मैदान में उतारना होगा। अगर कांग्रेस ऐसा नहीं करती है तो माना यही जाएगा कि कांग्रेस ने सीएम धामी को वाकओवर दे दिया है।
अब सवाल यह है कि धामी का मुकाबला कौन कर पाएगा। मार्च में कैलाश गहतोड़ी के सामने हार का सामना कर चुके हेमेश खर्कवाल तो कतई नहीं हो सकते। वे इससे पहले भी कैलाश के सामने हार चुके हैं। इसे इस तथ्य के प्रकाश में भी देखें कि कैलाश ने वोटिंग के बाद भितरधात की शिकायत सार्वजनिक की थी। इसके बाद भी वे चुनाव जीत गए।
साफ दिख रहा है कि कांग्रेस अगर धामी को चुनौती देना चाहती है तो उसे अपने किसी दिग्गज को ही मैदान में उतारना होगा। इस लिहाज से कांग्रेस के पास हरीश रावत के अलावा कोई विकल्प नहीं है। 2017 और 2022 में चुनाव हारने के बाद भी हरदा अब 2027 की बात कर रहे हैं। ऐसे में उनके सामने 2022 ही सबसे मुफीद है। वैसे भी 2022 के चुनाव से पहले तमाम खबरिया चैनल्स ने अपने सर्वे में हरदा को बतौर सीएम धामी से आगे ही दिखाया था। अगर हरदा इस बार धामी का सीधे से मुकाबला करते हैं तो साफ हो जाएगा कि सूबे की अवाम किसे सीएम चाहता है।