चमोली में आपदा क्षेत्र में लंगर पर ‘रोक’

सरकार खुद करेगी पीड़ितों को लिए तमाम इंतजामात
सोशल मीडिया में वायरल हुई नई व्यवस्था
मुख्य सचिव ने ओमप्रकास की इसकी पुष्टि
डीएम और आयुक्त ने फोन नहीं किया पिक
देहरादून। चमोली में आई आपदा के बाद कई स्वयंसेवी सेवी संस्थाएं पीड़ितों के लिए खाने समेत अन्य व्यवस्थाओं पर काम कर रहीं थीं। इस पर रोक लगा दी गई है। सोशल मीडिया में इस तरह की खबरें वायरल होने के बाद मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बात की गई तो उन्होंने कहा कि ज्यादा अव्यवस्था होने की वजह से ऐसा किया गया है। अब तमाम व्यवस्थाएं सरकार खुद करेगी।
चमोली आपदा को लेकर सरकार तमाम काम कर रही है। साथ ही आरएसएस समेत कई अन्य संस्थाएं अपने स्तर से पीड़तों के लिए खाने पीने की व्यवस्था कर रही हैं। सिख समाज समेत कई अन्य संगठन वहां लंगर भी चला रहे हैं। लेकिन अब पीड़ितों को सरकारी व्यवस्था के सहारे ही रहना होगा। सरकार ने किसी भी तरह के लंगर या अन्य मदद पर रोक लगा दी है। सोशल मीडिया में इस बात के फैलने के बाद सरकार की नीयत तमाम सवालात खड़े हो गए। इस रोक की पुष्टि के लिए पहले चमोली डीए स्वाती से बात करने की कोशिश की। पर उनका सरकारी फोन बंद मिला। इसके बाद गढ़वाल के आयुक्त रविनाथ रमन को भी दो बार फोन किया। पर पिक नहीं हुआ। इसके बाद मुख्य सचिव ओमप्रकाश से बात की। पहले तो उन्होंने कहा कि इस बारे में जानकारी नहीं है। बाद में उन्होंने फोन पर बताया कि आपदा क्षेत्र में इस तरह की व्यवस्थाओं के चलते तमाम दिक्कतें आ रहीं थी। लिहाजा यह तय किया गया कि सभी पीड़ितों की तमाम जरूरतों को राज्य सरकार खुद पूरा करेगी। किसी भी संस्था को लंगर या अन्य किसी तरह का काम नहीं करना है।