खुलासा

कोविड 19 : हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन का उत्पादन ठप

सात गुना मंहगा हुआ कच्चा माल, उत्तराखंड में हैं 60 औद्योगिक इकाइयां

पिछले दिनों ट्रंप ने भी भारत से मंगाई है यही दवा

न्यूज वेट ब्यूरो

देहरादून। एक तरफ दुनियाभर में हाइड्रोआक्सी क्लोरोक्विन टैबलेट्स की मांग तेजी से बढ़ रही है तो उसी अंदाज में इसके कच्चे माल की कीमत भी आसमान छू रही है। नजीता यह है कि औद्योगिक इकाइयों ने इन टैबलेट्स का उत्पादन ही बंद कर दिया है। अकेले उत्तराखंड में 60 इकाइयों ने इस दवा का उत्पादन बंद कर दिया है।

न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर है कि कच्चे माल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी के चलते उत्तराखंड स्थित 60 इकाइयों ने हाइड्रोआक्सी क्लोरोक्विन टैबलेट्स का उत्पादन बंद कर दिया है। फार्मास्ट्यूकल मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन अध्यक्ष अनिल शर्मा के अनुसार कच्चा माल अचानक बहुत मंहगा हो गया है। अभी तक कच्चा माल नौ हजार रुपये प्रति किलो की दर से मिल रहा था। अब यह माल 55 हजार से 75 हजार रुपये प्रति किलो कर दिया गया है। इसकी वजह यह है कि कच्चा माल कम है और इसकी डिमांड बहुत बढ़ गई है। टैबलेट्स की कीमत ड्रग कंट्रोल एक्ट के तहत पहले से तय है। ऐसे में छोटी इकाइयों की लागत ज्यादा हो रही है और तय रेट पर बेचने से भारी घाटा होगा। अगर कच्चे माल की समस्या का समाधान हो जाए तो उत्पादन फिर शुरू किया जा सकता है।

इस बार में उत्तराखंड के ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह का कहना है कि सेंट्रल ड्रग कंट्रोलर से कच्चा माल उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है। उत्तराखंड में 60 इकाइयों को हाइड्रोआक्सी क्लोरोक्विन टैबलेट्स बनाने का लाइसेंस दिया गया है। लेकिन कच्चे माल की कमी है। कच्चा माल आते ही उत्पादन शुरू कराया जाएगा।

 

 

 

 

 

 

 

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