भारत का पहला एस्ट्रो पार्क कम साइंस सिटी हल्द्वानी में

नक्षत्र और नवग्रह से जुड़े अध्ययन किए जा सकेंगे
शासन की अनुमति के बाद बढ़े कदमः धिराज
देहरादून। शासन से एस्ट्रोपार्क कम साइंस सिटी की अनुमति स्वीकृति होने पर जिलाधिकारी श्री धीराज सिंह गर्ब्याल ने भूमि चयन हेतु स्थलीय निरीक्षण किया। डीएम ने कहा कि यह देश का पहला पार्क होगा।
जिलाधिकारी गर्ब्याल ने प्रभागीय वनाधिकारी वैभव कुमार एवं निदेशक एरीज प्रोफेसर दीपांकर बनर्जी द्वारा एस्ट्रोपार्क कम साइंस सिटी के लिए तीन पानी नियर ओपन यूनिवर्सिटी के समीप भूमि का स्थलीय निरीक्षण किया और इसे चिन्हित कर प्रस्तावित किया। धिराज ने कहा कियह भारत का पहला एस्ट्रोपार्क कम साइंस सिटी है जिसे हल्द्वानी में विकसित किया जाएगा। इस पार्क में नक्षत्र और नवग्रह को जुड़े अध्ययन किए जा सकेंगे। पार्क के लिए ओपन यूनिवर्सिटी के समीप भूमि का चयन कर प्रस्तावित किया गया है।
उन्होंने कहा कि आपेन यूनिवर्सिटी के समीप एस्ट्रोपार्क बनने से क्षेत्र की अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त होगी वही देश विदेश के एरीज में शिक्षा प्राप्त कर रहे शिक्षार्थियों के शिक्षा के विकास के साथ ही क्षेत्र के पर्यटन को बढावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि एस्ट्रोपार्क में साइंस लैब के साथ ही शिक्षार्थियों के लिए हास्टिल, डेटा संेटर एवं साइंस का पार्क भी निर्माण किया जायेगा। उन्होंने कहा एशिया की सबसे बडी देवस्थल एरीज दूरबीन ओखलकांडा नैनीताल से एस्ट्रोपार्क की कनक्टीविटी दी जायेगी। निरीक्षण दौरान उपजिलाधिकारी मनीष कुमार, एसडीओ शशिदेव के साथ अन्य अधिकारी उपस्थित थे।