एक्सक्लुसिव

उत्तराखंड पुलिस सप्ताहः चुनौतियों और समाधान पर मंथन

कार्य़क्रम में लिए गए तमाम महत्वपूर्ण निर्णय

रोडवेज बसों में निःशुल्क यात्रा का भी होगा प्रयास

कर्मियों के हित में लिए गए तमाम अहम निर्णय

देहरादून। उत्तराखंड पुलिस के पुलिस सप्ताह में तमाम चुनौतियों और उनके समाधान पर गहन मंथन किया गया। इस दौरान पुलिस कर्मियों के हित में तमाम अहम फैसले लिए गए। इस बार में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने मीडिया को इन तमाम फैसलों की जानकारी दी।

डीजीपी अशोक ने बताया कि तय किया गया है कि सूबेभर में सत्यापन अभियान लगातार चलाए जाएंगे एवं समय-समय पर उनकी समीक्षा की जाएगी। अभिसूचना विभाग को सूचनाओं पर प्रोएक्टिव होकर कार्य करने के निर्देश दिए गए।. यातायात व्यवस्था के दृष्टिगत मुनीकीरेती एवं रुड़की क्षेत्र से यातायात उप निरीक्षकों एवं सीपीयू टीम को यातायात सुधार हेतु स्थानान्तरित करने के निर्देश दिए। उत्तराखंड पुलिस ऐप, गौरा शक्ति योजना एवं अन्य तकनीकी सेवाओं के प्रशिक्षण जोड़ने के साथ ही साइबर, ड्रोन एवं कम्प्यूटर से सम्बन्धित समस्त प्रशिक्षण डाइटेक (DITAC देहरादून की आधुनिक लैब में कराये जाने का निर्णय लिया गया।

डीजीपी ने बताया कि समस्त पुलिस कर्मियों को वार्षिक हेल्थ चेकअप आयोजित करने एवं स्ट्रेस मैनेजमेंट के अधिक से अधिक जागरूकता सत्र चलाया जाएगा। एसडीआरएफ, फायर सर्विस, यातायात पुलिस को पैरामेडिकल की ट्रेनिंग भी दी जायगी।  रोडवेज बस में पुलिसकर्मियों हेतु मुफ्त यात्रा/मासिक पास के प्रयास किए जायेंगे।  चीता फोर्स कॉल पर जाने के पहले एक बार कॉलर के नम्बर पर भी कॉल कर लें। डायल 112 के माध्यम से एमडीटी (मोबाइल डाटा टर्मिनल) पर प्राप्त होने वाली सूचनाओं पर त्वरित कार्यवाही करने और रिस्पोंस टाईम को बेहतर करने हेतु निर्देशित किया गया। ट्रैफिक नियंत्रण, चारधाम यात्रा, आपदा प्रबन्धन में ड्रोन का प्रयोग किया जाय। नशा छोड़ चुके व्यक्तियों को ड्रग वारियर घोषित कर, उनसे ऑनलाइन काउंसलिंग कराएं। नशा पीड़ित एवं नशा पैडलर्स की प्रोफाइलिंग की जाए। महिला हेल्पडेस्क एवं चीता मोबाइल को सीयूजी मोबाइल नम्बर प्रदान किये जाएंगे। भविष्य में पुलिस चौकियों को भी सीयूजी मोबाइल नम्बर प्रदान किये जाने का प्रयास किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि  पुराने निरीक्षकों, उप निरीक्षकों एवं आरक्षियों को टेक्नोसेवी बनाया जाएगा। इस हेतु पुलिस लाइन व बटालियनों में उन्हें प्रशिक्षण कराया जाएगा, जिससे वे भी तकनीक का बखूबी इस्तमाल कर सकें। पीएसी जहां पर स्थायी रूप से निवास कर रही है, वहां पर उनकी रहने के स्तर में सुधार हेतु सेनानायक 31वीं वाहिनी पीएसी की अध्यक्षता में कमेटी बनायी गयी है  पुलिस कर्मियों में तनाव मुक्ति हेतु उत्तराखण्ड पुलिस वाईव्स वेलफेयर एसोसिएशन (उपवा) के तत्वाधान में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। स्कूल एवं कॉलेजों में छात्रों को पुलिस लाइन देहरादून में 01 सप्ताह का आत्म रक्षा का प्रशिक्षण दिये जाने का निर्णय लिया गया।  अल्मोड़ा और श्रीनगर के महिला थाने को साइबर थाना के रूप में विकसित करने का प्रयास किया जाएगा।  पुलिस कर्मियों के वेलफेयर के तहत शुरू की गयी व्हाट्सएप पर छुट्टी हेतु आवेदन करने की व्यवस्था को अनिवार्य रूप से लागू किया जाएगा। पुलिस कर्मियों द्वारा अपने या अपने परिवार के किसी सदस्य के जन्मदिन एवं सालगिराह पर आकस्मिक अवकाश हेतु अनुरोध किया जाता है, तो उन्हें तुरंत अवकाश दिया जाएगा। महिला हल्पडेस्क एवं चीता मोबाइल को सीयूजी मोबाइल नम्बर प्रदान किये जाएंगे। भविष्य में पुलिस चौकियों को भी सीयूजी मोबाइल नम्बर प्रदान किये जाने का प्रयास किया जाएगा।

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