एक्सक्लुसिव

अंकिता हत्याकांडः सरकारी वकील पर अभियुक्तों को बचाने का आरोप

पिता ने की अगली तारीख से पहले हटाने की मांग

सोशल मीडिया में वायरल हो रहा डीएम को लिखा ये खत

सेवा में जिलाधिकारी

पौड़ी गढ़वाल

विषय प्रार्थी की मृतक पुत्री कुछ स्व० अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड केस में नियुक्त विशेष लोक अभियोजक / सरकारी

वकील जितेंद्र रावत द्वारा बाद में अनियमितता बरतने के सम्बन्ध में।

महोदय

उपरोक्त वाद में प्रार्थीगण द्वारा निम्नलिखित प्रार्थना पत्र सेवा में पेश है:- कि प्रार्थीगणों की पुत्री कु०स्व० अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड के सम्बन्ध में एक वाद जिला जज कोटद्वार के न्यायालय में वर्तमान में गतिमान है, जिसमें पी0डब्ल्यू0-6 अभिनव कश्यप पुत्र श्री नरेश कुमार कश्यप के बयान सशपथ माननीय न्यायालय में किये गये। इसके अतिरिक्त प्रारम्भ में पुलिस के समक्ष 161 सी0आर0पी0सी0 व 164 मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान किये गये, जिसमें पी0डब्ल्यू0 6 द्वारा स्पष्ट तौर पर अंकिता के साथ दुर्व्यवहार किये जाने का उल्लेख किया गया। इसके पश्चात् पी0डब्ल्यू0-7 कुशराज पुत्र श्री अनिल कुमार द्वारा भी इसी क्रम में बयान किये गये, जिसमें भी स्पष्ट उल्लेख किया गया कि अंकिता के साथ लगातार दुर्व्यवहार किया गया। इसके पश्चात पी0डब्ल्यू0-8 विवेक आर्य पुत्र विरेन्द्र सिंह के बयान उपरोक्त के क्रम में किये गये, जिसमें स्पष्ट तौर पर पी0डब्ल्यू0-8 द्वारा बताया गया कि अंकिता के साथ हत्या से पूर्व लगातार नजरबंद करके बलात्कार अभियुक्तो द्वारा किया जाता रहा। किन्तु विशेष लोक अभियोजक / सरकारी वकील जितेंद्र रावत द्वारा माननीय न्यायालय से गवाहों से बयान कराते समय इस प्रकार के किसी भी तथ्य को उजागर न करते हुये, मात्र छेड़छाड़ की घटना के अन्तर्गत ही बयान कराये गये हैं, जिससे स्पष्ट प्रतीत होता है कि विशेष लोक अभियोजक / सरकारी वकील जितेंद्र रावत द्वारा जानबूझकर अभियुक्तगणों को बचाने हेतु इस प्रकार का व्यवहार किया गया है। प्रार्थीगण अपनी पुत्री को न्याय दिलाने हेतु प्रतिबद्ध है तथा भविष्य में भी रहेंगे। इसी क्रम में प्रार्थीगण चाहते है कि उपरोक्त विशेष लोक अभियोजक/ सरकारी वकील जितेंद्र रावत को अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड से निर्मुक्त कर, हमारी सहमति से यथाशीघ्र अन्य विशेष लोक अभियोजक को नियुक्त किया जाना अत्यन्त आवश्यक है, हमने विशेष लोक अभियोजक जितेंद्र रावत की नियुक्ति के समय भी आपके संज्ञान में उक्त तथ्य लाया गया था (संलग्नक पत्र की छाया प्रति) प्रार्थीगणों को यह भी शक है कि विशेष लोक अभियोजक / सरकारी वकील द्वारा अभियुक्तगणों को अपने इस प्रकार के कृत्य से लाभ पहुचाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त विशेष लोक अभियोजक / सरकारी वकील जितेंद्र रावत अपने परिवार के यू ट्यूब चैनल (यू ट्यूब लिंक https://youtube.com/@abhinavchiragrawatacr1058) पर अंकिता केस से सम्बंधित आपत्तिजनक वीडियो भी अपलोड कर रहा है, जिससे महसूस होता है कि विशेष लोक अभियोजक/सरकारी वकील जितेंद्र रावत हमारी बेटी को न्याय दिलाने के प्रति गम्भीर न रहते हुये अन्य निजि स्वार्थों में संलिप्त है। महोदय उक्त वकील द्वारा केस से सम्बंधित तिथि या कोई अन्य जानकारी भी हमसे शेयर भी नहीं की जाती जो कि अंकिता केस में हमको न्याय दिलाने के सरकार के वादे और इरादे के बिल्कुल विपरीत है।

अतः महोदय से निवेदन है कि प्रार्थीगणों के उपरोक्त प्रार्थना पत्र पर गौर फरमा कर सरकारी वकील के विरुद्ध उचित कार्यवाही कर अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड से निर्मुक्त कर, केस की अगली सुनवाई 09 जून 2023 से पूर्व दूसरे विशेष लोक अभियोजक को हमारी सहमति से नियुक्त किये जाने के आदेश जारी करने महति कृपा करें, ऐसा न होने पर हम अपनी स्व0 बेटी को न्याय दिलाने के लिये कोई भी कदम उठाने हेतु बाध्य होंगे, जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन एवं उत्तराखण्ड सरकार की होगी।

वीरेन्द्र भण्डारी पुत्र स्वo पृथ्वी सिंह भण्डारी, पिता-कु०स्व0अंकिता भण्डारी-सोनी भण्डारी माँ कुछ स्व०अंकिता भण्डारी, निवासी- ग्राम डोभ श्रीकोट, पोस्ट ऑफिस- गड़वागाड, जिला पौड़ी गढ़वाल ।

 

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