त्रिवेंद्र की विदायगी चर्चाओं पर विराम !
त्रिवेंद्र की विदायगी चर्चाओं पर विराम !
भाजपा हाईकमान ने अंदरखाने सियासत कर रहे लोगों को दिखाया आइना
न्यूज वेट ब्यूरो
देहरादून। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर कुमाऊं के ब्राह्मण नेता भगत की ताजपोशी करके हाईकमान ने एक तरीके से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की विदाई अफवाहें फैला रहे लोगों को भी साफ संदेश दे दिया है। इससे एक बात और भी तय हो गई है कि भाजपा में मैदानी नेताओं की उपेक्षा नहीं की जा सकती।
झारखंड चुनाव नतीजों के बाद से सोशल मीडिया में इस तरह की अफवाहें फैलाई जा रही थी कि भाजपा हाईकमान उत्तराखडं सरकार की समीक्षा कर रहा है और त्रिवेंद्र को हटाया जा सकता है। कुछ भाजपा नेताओं ने भी इन दिनों अपनी खासी सक्रियता दिखाई। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव टला तो इन अफवाहों और हवा दी गई। कहा गया है कि कुमाऊं और गढ़वाल के बीच क्षेत्रीय और जातीय संतुलन साधने के लिए हाईकमाम मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के पदों के लिए नेताओं के नाम पर मंथन कर रहा है।
अब प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कुमाऊं के ब्राह्मण नेता बंशीधर भगत की ताजपोशी हुई तो साफ हो गया कि वो बातें महज अफवाह ही थी। भाजपा ने बंशीधर भगत को अध्यक्ष बनाकर राज्य में सालों से चले आ रहे संतुलन को ही साधा है। इस संतुलन के अनुसार अगर प्रदेश अध्यक्ष कुमाऊं का ब्राह्मण है तो मुख्यमंत्री गढ़वाल का ठाकुर ही होगा। अब यह तो साफ हो गया है कि मुख्यमंत्री पद के लिए गढ़वाल के किसी भी ब्राह्मण नेता की दावेदारी पूरी तरह से खत्म हो गई है। इस इस बात का इशारा कर रहा है कि भाजपा हाईकमान को त्रिवेंद्र पर पूरा भरोसा है। 2022 में विस के आम चुनाव में भाजपा क्षत्रिय मुख्यमंत्री और ब्राह्मण प्रदेश अध्यक्ष की जोड़ी के साथ ही मैदान में उतरेगी।