ब्यूरोक्रेसी

आईएएस पंकज पांडे फिर हुए ‘हल्के’

एनएच-74 घोटाले के चक्कर में गया राजस्व विभाग

सुभारती के फेर में छिना चिकित्सा शिक्षा का प्रभार

स्वच्छ शासन देने की कवायद में है धामी सरकार

देहरादून। धामी सरकार के समय में शासन में हुए पहले फेरबदल में आईएएस अफसर पंकज पांडे का कद बढ़ गया था। लेकिन पिछले कुछ दिनों में उनसे दो अहम विभाग वापस ले लिए गए हैं। माना जा रहा है कि धामी सरकार ने किसी भी तरह के आऱोपों से बचने के लि पंकज को हल्का किया है।

ऊधमसिंह नगर जिले में हुए बहुचर्चित एनएच-74 घोटाला भले ही इस वक्त ठंडे बस्ते में हैं। लेकिन लगता है कि इसकी तपिश अभी बरकरार है। इसे इस तथ्य के प्रकाश में देखें कि इस मामले में कई माह तक निलंबित रहे आईएएस अफसर पंकड पांडे को दिया गया राजस्व विभाग का प्रभार वापस ले लिया गया है। पांडे को राजस्व सचिव बनाने के बाद इस तरह की सुगबुगाहट होने लगी थी कि बिल्ली को ही दूध की रखवाली सौंप दी है। कांग्रेस इसे मुद्दा बनाती उससे पहले ही यह बात सरकार तक पहुंच गई। आनन-फानन में पांडे से राजस्व विभाग वापस ले लिया गया।

आईएएस पांडे से चिकित्सा शिक्षा निदेशक का प्रभार भी वापस ले लिया गया है। शासन के गलियारों में चर्चा है कि सुभारती मेडिकल कॉलेज के बारे किए गए एक खास आदेश के बाद ऐसा किया गया है। चर्चा है कि इस आदेश के जरिए सुभारती मेडिकल कॉलेज की मदद का आदेश जारी कर दिया गया। कहा तो यहां तक जा रहा है कि यह आदेश उच्च स्तर से मिले निर्देश का हवाला देते हुए जारी किया गया और विभागीय मंत्री धनसिंह रावत का भी अनुमोदन ले दिया गया। मामला 93 करोड़ की सरकार को मिलने वाली बैंक गारंटी से जुड़ा बताया जा रहा है। इन मामलों में प्रयास के बाद भी अफसर से बात नहीं हो सकी। अगर उनका पक्ष मिलता है तो उसे भी प्रकाशित किया जाएगा

इसे भी पढ़िए—-तो क्या मंहगा पड़ा पुरानी टीम पर ‘भरोसा’ !

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button