उत्तराखंड

कई मायनों में उल्लेखनीय रहा डीजीपी अशोक का कार्यकाल

सख्त एवं संवेदनशील पुलिसिंग की ओर बढ़ते मित्र पुलिस के कदम

सख्ती के साथ माफियाओं पर किया गया प्रहार 

देहरादून। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार कल 30 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। अपने तीन साल के बतौर डीजीपी कार्यकाल में आईपीएस अफसर अशोक कुमार ने कई उल्लेखनीय काम किए हैं।

ऑपरेशन प्रहार:- एक ओर पीड़ित केंद्रित पुलिसिंग को ध्येय बनाया है तो दूसरी ओर अपराधियों पर सख्त कार्यवाही की गयी व अपराधियों पर शिकंजा कसा गया। इसी क्रम में ऑपरेशन प्रहार के अन्तर्गत कुल 2,784 अभियोग पंजीकृत कर 4,505 अभियुक्तों पर कार्यवाही की गयी, इनमें से 2,396 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर 35 अभियुक्तों पर गैंगस्टर एक्ट लगाकर उनकी 186.15 करोड़ रुपये की अवैध सम्पत्ति को जब्त किया गया।

मिशन मर्यादा:- प्रदेश के तीर्थ स्थलों की मर्यादा और पर्यटक स्थलों पर स्वच्छता बनी रहे इसके लिए अभियान ’’मिशन मर्यादा’’ के अन्तर्गत पूरे प्रदेश में कुल 10892 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया और कुल 03 करोड़ 71 लाख 92 हजार 310 रूपए (37192310) जुर्माना वसूला गया।

ऑपरेशन स्माइल:- अभियान में कुल 265 बच्चे (बालक 144, बालिका 121), 488 पुरूष व 603 महिलाओं (कुल 1356 गुमशुदा) को बरामद किया गया। बरामद 1356 गुमशुदाओं में 1169 पंजीकृत (उत्तराखण्ड राज्य के-1153, अन्य राज्य-16) एवं 187 अपंजीकृत (उत्तराखण्ड राज्य के-129, अन्य राज्य-58) हैं। जनपद हरिद्वार द्वारा सर्वाधिक 385 गुमशुदाओं को बरामद किया गया। वर्ष 2015 से प्रारम्भ हुए ऑपरेशन स्माइल ने अब तक 2486 बच्चे, 1207 महिला एवं 918 पुरूषों सहित कुल 4611 लोगों को उनके परिजनों से मिलाया है।

ऑपरेशन मुक्ति:- 2वर्ष 2017 से प्रारम्भ किये गये, इस अभियान में वर्तमान तक 3,603 बच्चों का स्कूल में दाखिला कराया गया।

मिशन हौसला:- कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान जरूरतमंदों की मदद के लिए चलाए गए अभियान मिशन हौसला के तहत कुल 2,726 लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर, 792 लोगों को अस्पताल प्रबन्धन से समन्वय कर अस्पताल में बेड, 217 लोगों को प्लाज्मा/ब्लड डोनेशन, 17,609 लोगों को दवाईयां, 600 लोगों को एंबुलेंस की सुविधा दिलाने में मदद की गयी। साथ ही 94,484 लोगों को राशन, दूध व कुक्ड फूड, 492 कोरोना संक्रमितों का दाह संस्कार और 5,252 सीनियर सिटिजन से सम्पर्क कर उनकी सहायता की गयी।

आमजनता की शिकायतों को मिली प्राथमिकता:-  विगत 03 वर्षों में मुख्यालय स्तर पर विभिन्न माध्यमों से आम जनता की कुल 29,938 शिकायते प्राप्त हुई, जिसमें 96 प्रतिशत से अधिक शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण किया गया।

समाधान समिति से हुआ पुलिस कर्मियों की समस्याओं का निदान:- अभी तक कुल 9737 शिकायतें/समस्याएं प्राप्त हुई हैं, जिसमें से 9335 शिकायतों/समस्याओं का निस्तारण किया जा चुका है।

शुक्रवार की पेशी बनी पुलिस कर्मियों के लिए अभयदान:- 03 वर्षों में 645 पुलिस कर्मी की समस्याओं का समाधान किया गया, जिनमें से 380 गम्भीर समस्याओं से जुझ रहे पुलिस कर्मियों को तत्काल राहत प्रदान की गयी।

पुलिस इन्फ्रास्ट्रक्चर में किया सुधार:- बहुद्देश्यीय 06 मंजिला पटेल भवन का निर्माण एवं पुलिस लाइन देहरादून के प्रशासनिक भवन का निर्माण किया गया। थाना, चौकी, पुलिस लाइन एवं वाहिनियों में कर्मियों के लिए स्मार्ट बैरक एवं अत्याधुनिक मैस का निर्माण किया गया है। पुलिस मुख्यालय के सभी शाखाओं के कार्यालय का उच्चिकरण का आधुनिक रुप दिया गया ।

भर्ती एवं पदोन्नति लायी गयी तेजी:- पिछले 03 वर्षों में विभिन्न श्रेणी के लगभग 6,000 पुलिस कर्मचारियों/अधिकारियों को पदोन्नति दी गयी। सरकार द्वारा पुलिस विभाग के लिए विभिन्न श्रेणी के  रिक्त 1521 आरक्षी, 272 मुख्य आरक्षी (पुलिस दूरसंचार)  पदों पर नियुक्ति भी प्रदान की गयी।

इसके अलावा भी तमाम अन्य कार्य मसलन बहुउद्देशीय सरदार पटेल भवन का निर्माण कार्य पुलिस आफिस कॉम्पलेक्स देहरादून में विभिन्न आन्तरिक सड़क, बाउण्ड्रीवाल इत्यादि निर्माण कार्य, पुलिस लाइन देहरादून में प्रशासनिक भवन स्टोर, क्वार्टर गार्द तथा राज्य पुलिस संग्रहालय आदि का निर्माण कार्य पुलिस लाइन देहरादून में सुदृढीकरण कार्य के अन्तर्गत बैरक का निर्माण कार्य ,IRB द्वितीय  के प्रशासनिक भवन एवं अन्य निर्माण कार्य, SDRF वाहिनी जौलीग्रान्ट मुख्यालय के प्रशासनिक भवन सहित अन्य निर्माण कार्य, पुलिस लाइन पौड़ी, चमोली, अल्मोड़ा एवं पिथौरागढ का नवनीकरण के कार्य की स्वीकृति, राष्ट्रीय स्तर पर साइबर हैकथॉन का आयोजन, कुमाऊँ परिक्षेत्र पन्तनगर, ऊधमसिंहनगर में साइबर थाने की शुरूआत, साइबर क्राइम के क्षेत्र में भारत के सबसे बड़े लगभग 300 करोड़ के ऑनलाइन पावर बैंक एप घोटाले का पर्दाफाश किया, आम जन की शिकायतों के त्वरित समाधान एवं रिस्पॉन्स टाइम को कम से कम करने हेतु डायल 112 हेतु 100 चौपहिया वाहनों की उपलब्धता, मादक पदार्थों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करते हुए 1497 अभियोगों में कुल 1747 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके पास से लगभग 15 करोड़ 72 लाख 33 हजार रूपए के मादक पदार्थ बरामद किए गए।

महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए प्रत्येक थाने में महिला हेल्प डेस्क स्थापित किये गये हैं। महिलाओं की शिकायतें ऑनलाईन दर्ज किये जाने हेतु ‘गौरा शक्ति एप‘‘ भी लॉन्च किया गया है। महिलाओं की पुलिस में भागिदारी को देखते आतंकवादी गतिविधियों से सुरक्षा के दृष्टिगत महिला कमांडो आतंकवाद निरोधी दस्ते का हिस्सा बनी। महिला कार्मिकों हेतु जनपदीय पुलिस लाइन एवं थानों में 33 महिला शौचलयों का निर्माण एवं 211 सेनेटरी नेपकिन वेन्डिंग एवं डिस्पोजल मशीनें स्थापित की गयी। समस्त जनपदों में सोशल मीडिया सेल सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल के पर्यवेक्षण हेतु CO Ops की नियुक्ति। डायल 112 की तर्ज पर प्रदेश के समस्त जनपदों के कन्ट्रोल रूम को स्मार्ट कन्ट्रोल रूम में अपग्रेड किया गया। फायर सर्विस की औद्योगिक इकाई सहित अन्य सभी भवनों की जारी की जाने वाली सभी 29 प्रकार की एनओसी को ऑनलाइन किया गया। अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस 2023 एवं अखिल भारतीय पुलिस तीरंदाजी 2022 का सफल आयोजन किया गया।

Police Salary Package के अन्तर्गत विभिन्न बैंकों द्वारा 50 लाख एवं 75 लाख रूपये तक का बीमा प्रदान किया जाना। 49 कर्मियों को कुल 01 करोड़ 72 लाख 07 हजार रूपए जीवन रक्षक निधि प्रदान की गयी है।  विभिन्न अस्पतालों में CGHS की दर पर पुलिस जवान एवं उनके आश्रितों को इलाज की सुविधा। जवानों के बच्चों के शिक्षा स्तर को बेहतर बनाये जाने के उद्देश्य से पुलिस माडर्न स्कूल में Smart Digital Classes की व्यवस्था।

विगत तीन वर्षों में किये गये प्रमुख वृहद निर्माण कार्य। सरदार पटेल भवन का निर्माण कार्य, पुलिस लाइन देहरादून में प्रशासनिक भवन स्टोर, क्वार्टर गार्द तथा राज्य पुलिस संग्रहालय आदि का निर्माण कार्य, IRB द्वितीय  के प्रशासनिक भवन का निर्माण कार्य, IRB द्वितीय  में बैरक. क्वर्टरगार्द, परेडग्राउण, जी0पी0 स्टोर/बटालियन स्टोर, बाउण्ड्रीवाल, स़ड़क एवं आवसीय भवनों का निर्माण कार्य , SDRF वाहिनी का निर्माण, पुलिस लाइन देहरादून में सुदृढीकरण कार्य के अन्तर्गत बैरक का निर्माण कार्य, पुलिस आफिस कॉम्पलेक्स देहरादून में विभिन्न आन्तरिक सड़क, बाउण्ड्रीवाल इत्यादि निर्माण कार्य, पुलिस लाईन देहरादून में श्रेणी द्वितीय (G+6) के आवासीय भवनों का निर्माण कार्य स्वीकृत, पुलिस लाईन देहरादून में श्रेणी तृतीय (G+5) के आवासीय भवनों का निर्माण, देहरादून में टाईप-पंचम के (G+3, Stilt Parking सहित) आवासीय भवनों के निर्माण कार्य स्वीकृत, धौरणखास देहरादून में श्रेणी द्वितीय के 36 आवासों का निर्माण कार्य स्वीकृत,पुलिस लाइन पिथौरागढ़ में प्रशासनिक भवन का निर्माण कार्य स्वीकृत,जनपद पिथौरागढ़ में बैरक का निर्माण कार्य स्वीकृत,फायर स्टेशन, डोईवाला का निर्माण कार्य स्वीकृत,पी० सी०टी०, नरेन्द्रनगर में बहुउद्देशीय पुलिस भवन का निर्माण कार्य स्वीकृत,जनपद पिथौरागढ पुलिस लाइन में फायर स्टेशन भवन का निर्माण कार्य स्वीकृत, पुलिस लाइन पौडी में बहुउद्देशीय भवन का निर्माण कार्य स्वीकृत , पुलिस लाइन, अल्मोड़ा में प्रशासनिक भवन का स्वीकृत , पुलिस लाइन चमोली में सुदृढ़ीकरण के अन्तर्गत क्वार्टर गार्द एंव प्रशासनिक भवन का निर्माण कार्य स्वीकृत

डीजीपी अशोक न अपनी पुस्तक “खाकी में इंसान” की तरह पीड़ित केन्द्रित पुलिसिंग व्यवस्था पर जोर दिया। इसके साथ ही “साइबर एनकाउंटर्स” पुस्तक से साइबर फ्रॉड और उनसे बचने के टिप्स दिए गए और समय-समय पर आम जन को इसके प्रति जागरूक किया गया।

 

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