उत्तराखंड

बाबा केदार के नाम पर यात्रा का ढोंग करने वाली कांग्रेस सनातन अनुयायियों से मांगे माफी: चौहान

बाबा केदार के नाम पर यात्रा का ढोंग करने वाली कांग्रेस सनातन अनुयायियों से मांगे माफी: चौहान

प्रदेश अध्यक्ष के खुलासे से हुआ कांग्रेस की यात्रा थी प्रायोजित

बाबा केदार और चार धामों की छवि खराब करने से सनातन अनुयायियों की भावना आहत

देहरादून। भाजपा ने कांग्रेस के कथित केदारनाथ प्रतिष्ठा यात्रा को छद्म और राजनैतिक करार देते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के खुलासे के बाद भाजपा की यह आशंका सच साबित हो गयी कि यात्रा पूरी तरह राजनैतिक और एक नेता को प्रमोट करने के लिए थी।

पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के एक मीडिया संस्थान को दिये साक्षात्कार मे यह पूरी तरह से साफ हो गया कि यह नाटक पूरी तरह से निजी स्वार्थ के लिए प्रायोजित था और उसका न सनातन और न ही बाबा केदार की प्रतिष्ठा से कोई लेना देना था। चौहान ने कहा कि उनके खुलासे से तस्वीर पूरी तरह साफ हो गयी। केदारनाथ के संभावित प्रत्याशी द्वारा उन पर किसी दूसरे नेता को प्रत्याशी बनाने के लिए प्रमोट करने का आरोप लगा तो उत्तर मे वह कहते हैं कि पूर्व विधायक यात्रा मे महज 3 किमी ही चल पाए। मतलब साफ है कि यात्रा केदारनाथ उप चुनाव मे प्रत्याशियों की दावेदारी को लेकर शक्ति परीक्षण था।

चौहान ने कहा कि कांग्रेस यात्रा या कोई भी आयोजन करे यह उसकी पार्टी का मामला है, लेकिन अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए वह सनातन और धर्म स्थलों के खिलाफ द्वेषपूर्ण कुप्रचार करे इसे स्वीकार नही किया जा सकता है। पूरी यात्रा के दौरान कांग्रेस धर्म स्थलों की छवि को तार तार करती रही और इससे सनातन धर्म के अनुयायियों की भावनाएं आहत हुई है।

चौहान ने कहा कि कांग्रेस की मंशा तभी दिख गयी जब वह अतिवृष्टि के बीच यात्रा निकाल रही थी और केदारधाम मे हजारों लोगों का रेस्क्यू चल रहा था। कांग्रेसी केदारधाम को लेकर दुष्प्रचार अभियान को लोगों के बीच आगे बढ़ा रहे थे और भाजपा द्वारा आपदा काल तक यात्रा को स्थगित करने का आग्रह किया गया लेकिन उसने ठुकरा दिया। वह लोगों के बीच सेवा कार्य भी कर सकती थी, लेकिन जन सहयोग न मिलने पर वह बैक फुट पर आई और यात्रा स्थगित कर दी। अब यात्रा के प्रयोजन को लेकर उनकी ही पार्टी के क्षत्रप आरोप प्रत्यारोप लगाने लगे हैं।

चौहान ने कहा कि उप चुनाव की तैयारियों के लिए बाबा केदार की प्रतिष्ठा का भी सम्मान न करने वाली कांग्रेस के कृत्यों का न बाबा केदार और न ही जनता माफ करने वाली है। तुष्टिकरण के लिए धर्म और संस्कृति पर चोट कर राजनैतिक लाभ अर्जित करने की कोशिश का दंड कांग्रेस अभी तक भुगत रही है। इस बार उसने फिर बाबा केदार सहित चार धामों की प्रतिष्ठा के खिलाफ देश विदेश मे दुष्प्रचार किया है और इसे उसका दंड भुगतना ही होगा।

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