एक-दूसरे से प्रेरणा लें जिला प्रभारीः अशोक

सूबे के वरिष्ठ पुलिस अफसरों की कांफ्रेंस का समापन
सभी को बढ़ानी होगी पब्लिक डिलेवरीः डीजीपी
अच्छा काम करने पर सभी को मिलेगा प्रोत्साहन
कोताही बरतने पर दंड देने में नहीं कोई हिचक
देहरादून। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सम्मेलन के पर डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि यह कांफ्रेंस सकारात्मक रही। कई अच्छे प्रेजेंटेशन थे तो कुछ नए आइडिया आए और कुछ नए निर्णय भी लिए। उन्होंने कहा कि सभी जनपद प्रभारी एक दूसरे के कार्यों से प्रेरणा लें और उसे अपने जनपद में भी लागू करें।
अशोक ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस को स्मार्ट बनाना और दक्षता को बढ़ाना हमारी प्राथमिकता में है। उन्होंने कहा कि बच्चों, महिलाओं व कमजोर वर्गो के विरुद्ध अपराधों में संवदेनशील होकर कार्य करने, जनता की शिकायतों के त्वरित निस्तारण करने के सम्बन्ध में अपने अधीनस्थों को यथोचित रूप से ब्रीफ किया जाये। हमें पब्लिक डिलिवरी बढ़ानी है और ऑपरेशनल और एडमिनिस्ट्रेशन दोनों तरफ अपना शत प्रतिशत देना है। सभी की जवाबदेही तय की जाए, चाहे वह किसी भी रैंक का हो। अच्छा कार्य करने के लिए पुरस्कार एवं कार्य में कोताही बरतने के लिए दण्ड का प्रावधान है।
डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि तय किया गया है कि बदमाशों एवं अपराधियों में पुलिस का खौफ हो इसके लिए एसटीएफ की ऑपरेशनल दक्षता को बढ़ाने के निर्देश दिए। स्मार्ट पुलिसिंग पर जोर देते हुये जनपद प्रभारियों को सीसीटीवी मैपिंग कराये जाने हेतु भी निर्देशित किया। गैंगस्टर एक्ट की कार्यवाही को बढ़ाना है। ड्रग्स एवं बड़े माहियाओं पर शिकंजा कसते हुए इनके विरूद्ध गैंगस्टर के अन्तर्गत कार्यवाही एवं उनकी अवैध रूप से अर्जित सम्पत्ति कुर्की की जाएगी। जनपद प्रभारियों को महिला से सम्बन्धित अपराधों को पंजीकरण करने एवं पीड़ित के प्रति संवेदनशीलता से पेश आने हेतु निर्देशित किया गया। जनपद प्रभारी सुनिश्चित कर लें कि बलात्कार एवं पोक्सो एक्ट से सम्बन्धित अभियोगों की विवेचना दो माह के भीतर पूरी हो जाये। अंतरराज्यीय बैरियर्स पर मादक पदार्थों की चैकिंग हेतु स्निफर डॉग को तैनात करने का निर्णय लिया गया। साइबर क्राइम के मामलों में बेहतरीन काम करने के लिए सम्बन्धित जनपद को अवार्ड दिए जाने का निर्णय भी लिया गया। सभी फायर सर्विस में तैनात जवानों को राहत, खोज एवं बचाव हेतु एसडीआरएफ का बेसिक कोर्स कराया जाएगा।
दार्मा घाटी में एसडीआरएफ की पोस्ट खोलने का प्रयास किया जाएगा। जिन पुलिस थानों में महिला उपनिरीक्षक और महिला कांस्टेबल तैनात नहीं हैं, वहां 15 दिवस के भीतर महिला उपनिरीक्षक और महिला कांस्टेबल तैनात करने हेतु जनपद प्रभारियों को निर्देशित किया।
बेहतर यातायात और कम दुर्घटना के घ्येय के साथ अनावश्यक चालान न करें। सड़क दुर्घटना के मुख्य कारणों जैसे रैश/स्टंट ड्राइविंग, नशे की हालत में वाहन चलाना, वाहन चलाते हुए मोबाइल पर बात करना, ओवर लोडिंग, ओवर स्पीडिंग आदि पर फोकस करें। इन पर चालान करें।