पीएम मोदी ने परखा बदरीधाम का मास्टर प्लान
मिनी स्मार्ट, स्प्रिचुअल सिटी के रूप में विकसित करने पर जोर
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से श्रीबदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान पर प्रस्तुतीकरण दिया गया। साथ ही धाम के पुनर्निर्माण कार्यों की प्रगति की भी जानकारी दी गई। पीएम ने कहा कि इस बात का ध्यान रखा जाए कि वहां का पौराणिक और आध्यात्मिक महत्व बना रहे। साथ ही इसे मिनी स्मार्ट, स्प्रिचुअल सिटी के रूप में विकसित किया जाए।
पीएम ने कहा कि वहां होम स्टे भी विकसित जा सकते हैं। निकटवर्ती अन्य आध्यात्मिक स्थलों को भी इससे जोड़ा जाए। बदरीनाथ धाम के प्रवेश स्थल पर विशेष लाइटिंग की व्यवस्था आध्यात्मिक वातावरण के अनुरूप हो। मास्टर प्लान का स्वरूप पर्यटन पर आधारित न हो बल्कि पूर्ण रूप से आधात्मिक हो। पीएम ने केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की।
बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान पर प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि इसमें 85 हेक्टेयर क्षेत्र लिया गया है। देवदर्शिनी स्थल विकसित किया जाएगा। एक संग्रहालय व आर्ट गैलेरी भी बनाई जाएगी। दृश्य एवं श्रव्य माध्यम से दशावतार के बारे में जानकारी दी जाएगी। मास्टर प्लान को 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है। मास्टर प्लान को पर्वतीय परिवेश के अनुकूल बनाया गया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि बदरीनाथ धाम और केदारनाथ धाम के विकास कार्यों में स्थानीय लोगों का सहयोग मिल रहा है। निकटवर्ती गांवों में होम स्टे पर काम किया जा रहा है। सरस्वती व अलकनंदा के संगम स्थल केशव प्रयाग को भी विकसित किया जा सकता है। बदरीनाथ धाम में व्यास व गणेश गुफा का विशेष महत्व है।बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान पर काम करने में भूमि की समस्या नहीं होगी। केदारनाथ की तरह बद्रीनाथ में भी 12 महीने कार्य किए जाएंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री रावत के साथ पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, मुख्य सचिव ओमप्रकाश, सचिव दिलीप जावलकर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।