चंपावत का फरारी प्रशांत कापड़ी सूबे में खिला रहा गुल

चंपावत का फरारी प्रशांत कापड़ी सूबे में खिला रहा गुल
बस रेस्ट्रो फर्म के नाम पर सड़क किनारों ढावों से कर रहा वसूली
परिवहन निगम के अफसरों ने शिकायतों पर मौन साधा
सीएम हेल्प लाइन से शिकायत पर अफसरों में हड़कंम
देहरादून। उत्तराखंड परिवहन निगम में अजब ही खेल चल रहा है। प्रशांत कापड़ी नाम के व्यक्ति के चंपावत की अदालत ने फरार घोषित कर रहा है। पर यह अफसर बस रेस्ट्रो नामक अपनी फर्म की मनचाही शर्तों पर टेंडर लेने की कोशिश कर रहा है। अब सीएम हेल्प लाइन में शरत तड़ियाल की एक शिकायत के बाद परिवहन निगम के अफसरों में हड़कंप मचा है।
दरअसल, बस रेस्ट्रो नामक कंपनी को परिवहन निगम से यात्रियों को भोजन आदि की सुविधाओं के लिए एक करार किया था। इस कंपनी के मुखिया प्रशांत कापड़ी ने शर्तों को पूरा नहीं किया और उनमें संशोधन का दबाव बनाया। प्रशांत की शर्तों के अनुसार संशोधन के लिए निगम अफसर कई बैठक कर चुके हैं। इनमें प्रशांन ने खुद भी शिरकत की थी। अहम बात यह है कि चंपावत पुलिस को इसी प्रशांत की दो साल से तलाश है। वहां की अदालत से इसे फरार भी घोषित कर रखा है।
अब एक नया मामला सामने आया है। शरत तड़ियाल नामक एक व्यक्ति से सीएम हेल्प लाईन में एक शिकायत की है। इसमें कहा गया है कि बस रेस्ट्रों के मालिक प्रशांक कापड़ी ने उनके नरेंद्र नगर स्थित ढाबे में परिवहन निगम की बसों को रुकवाने के नाम पर उसके दो ढावों का अनुबंध कराया। इसके एवज में उससे डेढ़ लाख रुपये वन टाइम सबस्क्रिपशन 2.76 लाख और डेढ़ लाख रुपये लिए। लेकिन उसके दोनों ढाबों में किसी पर भी 2023 से एक भी बस नहीं रुकी। इस बारे में परिवहन निगम मुख्यालय के अफसरों से लगातार शिकायतें की जा रही है पर कोई अफसर उनकी बात सुनने को तैयार ही नहीं। उसके ढाबों पर न तो बसे रुक रही हैं और न ही उनका पैसा वापस किया जा रहा है।
सीएम हेल्प लाइन से यह शिकायत अब परिवहन निगम मुख्यालय भेजी गई है। सीएम हेल्प लाइन का यह पत्र मिलने बाद निगम के अफसरों में हड़कंप है। माना जा रहा है कि सीएम धामी का भ्रष्टाचार के खिलाफ जो अभियान चल रहा है, उसकी जद में प्रशांत को शैल्टर देने वाले परिवहन निगम के अफसर भी आ सकते हैं।