धामी की रणनीति और ट्रपल इंजन के नारे से निगमों में भाजपा का परचम

धामी की रणनीति और ट्रपल इंजन के नारे से निगमों में भाजपा का परचम
पहले मेयर प्रत्याशियों के चयन और फिर प्रचार में अहम रोल
देहरादून। निकाय चुनाव में भाजपा ने परचल लहराया है। इसमें सीएम पुष्कर सिंह धामी की कुशल रणनीति और प्रचार शैली का अहम रोल रहा है। मेयर की 11 सीटों में से 10 पर भाजपा की जीत से धामी का कद और भी बढ़ गया है।
निकाय चुनाव को लेकर भाजपा संगठन अपनी तैयारियां तो कर ही रहा था। सीएम धामी अपने स्तर से भी रणनीति बनाने जुटे रहे। नगर पंचायत और नगर पालिका अध्यक्ष प्रत्याशियों पर धामी ने अपनी नजरें बनाए रखीं तो मेयर की सीटों पर धामी ने सीधा फोकस कर लिया था। मेयर प्रत्याशियों के चयन में सीएम की चली। उनकी पसंद के लोगों को ही टिकट दिया गया।
इसके बाद धामी ने प्रचार का मोर्चा भी खुद ही संभाल लिया। लगभग सभी नगर निगमों में सीएम धामी ने रोड शो और जनसभाएं की। रोड शो में उमड़ी भीड़ ने ही संकेत दे दिए थे कि निगमों पर भाजपा की ही कब्जा होने वाला है। धामी ने हर सीट पर भाजपा संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों की तैनाती करवाई। बगावत की आशंका वाले शहरों के भाजपाई दावेदारों से उन्होंने खुद बात की। नतीजा यह रहा कि श्रीनगर को छोड़कर किसी भी मेयर सीट पर भाजपा को बगावत का सामना नहीं करना प़ड़ा।
सीएम धामी ने अपने प्रचार को नया अंदाज दिया। उन्होंने इस बार ट्रिपल इंजन की सरकार का नारा दिया। धामी लोगों को यह समझाने में सफल रहे कि केंद्र और सूबे की भाजपा सरकार की वजह से भाजपा के मेयर शहर का तेजी से और बेहतर विकास कर सकते हैं। वे कहते रहे कि अगर भाजपा का प्रत्याशी नहीं जीतता है वो जीतने वाला यही कहकर अपना पल्ला झाड़ लेगा कि भाजपा सरकार उनकी बात सुन ही नहीं रही है। सीएम धामी ने अपनी जनसभाओं में प्रत्याशियों का नाम लेकर कहा कि जनता इनकी विजयी बनाए। शहर का विकास मैं खुद करूंगा। धामी की यह अपील भी जनता की समझ में आ गई।
कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि पहले 2022 के विधानसभा चुनाव में और अब निकाय के चुनावों में धामी की रणनीति खासी कारगर रही है। वे एक कुशल रणनीतिकार और स्टार प्रचारक के रूप में अपनी छवि हाईकमान के सामने बनाने में सफल रहे हैं।