धामी ने कांग्रेस के जबड़े से छीनी बागेश्वर सीट
इस करिश्माई जीत से और बढ़ा पुष्कर का सियासी कद
देहरादून। बागेश्वर उप चुनाव में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बड़ा कारनामा कर दिखाया है। कांग्रेस के जबड़े से छीनी गई इस जीत से सीएम धामी का सियासी कद और भी बढ़ा है। ऐसे में भाजपा हाईकमान पर उनका विश्वास और भी गहरा होना लाजिमी है। धामी ने इस जीत का श्रेय पीएम मोदी की नीतियों और भाजपा संगठन को दिया है।
प्रदेश मे आपदा के चलते विषम स्थिति में यह उप चुनाव हुआ। इस चुनाव में कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी थी। कांग्रेसी दिग्गज हरीश रावत ने तो एक सप्ताह तक वहीं डेरा डाल दिया था। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। अन्य दिग्गज भी बागेश्वर में ही जमे रहे। कहा जाने लगा था कि कांग्रेस इस चुनाव में जीत दर्ज कर सकती है।
दूसरी ओर खुद मुख्यमंत्री धामी भी अधिक समय नही दे पाए। सीएम धामी ने चुनाव के अंदरूनी हालात को भांपा और अंतिम समय में दो दिन बागेश्वर में ही कैंप करके बाजी को भाजपा के पक्ष में पलट दिया। आखिरी क्षणों मे जिस तरह उन्होंने मोर्चा संभाला वह काबिले तारीफ रहा। जनता ने सीएम के वायदे और अब तक किए जा रहे विकास कार्यों पर भरोसा किया। जनता ने विपक्ष के किसी दुष्प्रचार पर भरोसा नहीं किया। बागेश्वर चुनाव में भाजपा संगठन द्वारा बूथ प्रबंधन के तहत पन्ना प्रमुख तक को चुनाव में झोंकने की बनाई गई रणनीति भी काम आई। नतीजा यह रहा कि चंपावत उप चनाव के बाद बागेश्वर मे भाजपा कों जीत मिली। साफ तौर पर कहा जा सकता है कि लोगो का भाजपा मे अटूट विश्वास है और उन्होंने दिवंगत नेता चंदन राम दास को श्रद्धांजलि दी और धामी सरकार की विकास नीति पर मुहर लगाई।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने अब तक प्रदेश मे हुए विस उप चनाव, हरिद्वार पंचायत चुनाव मे बेहतर एवं ऐतिहासिक प्रदर्शन के जरिये खुद को साबित किया वही यह भी स्पष्ट हो गया कि भाजपा सरकार धामी के नेतृत्व में विकास के सही ट्रेक पर चल रही है। इस करिश्माई जीत से सीएम धामी के सियासी कद में और भी इजाफा हुआ है।