अजब-गजबः धामी कैबिनेट में सात जिलों का नहीं प्रतिनिधित्व

देहरादून और पौड़ी जनपदों को मिले दो-दो मंत्री
मैदानी जिला हरिद्वार पूरी तरह से साफ
यूएस नगर जनपद को इस बार एक मंत्री
सीमान्त जनपदों की भी की गई उपेक्षा
अब तीन खाली पदों पर रहेंगी निगाहें
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की नई कैबिनेट में सूबे के सात जिलों को कई भी प्रतिनिधित्व नहीं मिल सका। पौड़ी और देहरादून जनपदों से दो-दो मंत्री हैं तो मैदानी जिले हरिद्वार का कोई भी विधायक कैबिनेट में जगह नहीं बना सका। कैबिनेट में अभी तीन पद रिक्त हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि विस्तार कबर होता है और किस जिले को अहमियत मिलती है।
धामी कैबिनेट के लिए आज आठ विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। इसमें छह जिलों को ही प्रतिनिधित्व मिल सका है। पूरी तरह से मैदानी जिले हरिद्वार, नैनीताल, पिथौरागढ़, चंपावत, चमोली, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग जिले के किसी भी विधायक को कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया है। एक और मैदानी जिले ऊधमसिंह नगर से सौरभ बहुगुणा को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। पिछली बार इस जिले से यशपाल आर्य और अरविंद पांडेय कैबिनेट का हिस्सा था। आर्य अब कांग्रेस में हैं और अरविंद को जीतने के बाद भी ड्राप कर दिया गया है।
इस बार की धामी कैबिनेट में पौड़ी और देहरादून जिले को बढ़ावा मिला है। पौड़ी से सतपाल महाराज और डॉ. धन सिंह रावत को मंत्री बनाया गया है। इसी तरह देहरादून जिले से गणेश जोशी और प्रेमचंद अग्रवाल को शामिल किया गया है। बागेश्वर से चंदन रामदास, अल्मोड़ा से रेखा आर्या और टिहरी जिले से सुबोध उनियाल को कैबिनेट में स्थान मिला है।
फिलवक्त धामी कैबिनेट में तीन पद रिक्त हैं। अब देखने वाली बात होगी कि सीएम धामी को कैबिनेट विस्तार के लिए हाईकमान की मंजूरी कल मिलती है और कौन विधायक अपनी जगह बनाने में कामयाब होता है।
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