राजनीति

परिसंपत्तियां बंटवारे की राह पर आगे बढ़े बड़े भाई-छोटे भाई

 ‘अलकनंदा’ उत्तराखंड की तो ‘भागीरथी’ यूपी की !

जलाशयों में वाटर स्पोर्ट्स का रास्ता भी खुला

देहरादून। 22 साल बाद ही सही परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर बड़े भाई (यूपी) और छोटे भाई (उत्तराखंड) खासे आगे बढ़ते दिख रहे हैं। एक अहम फैसले में सालों पुराने हरिद्वार के अलकनंदा होटल पर उत्तराखंड का कब्जा हो गया है तो उत्तर प्रदेश के हिस्से में भागीरथी होटल आया है। इतना ही नहीं यूपी ने सूबे के जलाशयों में वाटर स्पोर्ट्स के लिए भी उत्तराखंड के अधिकृत कर दिया है।

यूपी के अलग होकर नया राज्य बने उत्तराखंड को 22 सालों में उसका बाजिब हक नहीं मिल सका है। तमाम मामले सुप्रीम कोर्ट तक में गए लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका। अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी के बीच इस बारे में बात हो रही है। इससे पहले पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी इस मामले में पहल की थी। बताया जा रहा है कि तमाम मुद्दों पर सहमति तो बन चुकी है। लेकिन अमल अभी भी बाकी है।

यूपी के सीएम योगी के उत्तराखंड के तीन दिवसीय दौरे से फिर कुछ उम्मीदें जागी हैं। आज गुरुवार को हरिद्वार में एक कार्यक्रम में यूपी के सीएम योगी ने सीएम धामी को ‘अलकनंदा’ होटल की चाबी सौंप ही दी। यह होटल हरिद्वार में है और इस पर यूपी का कब्जा था। इसके जबाव में यूपी ने हरिद्वार में ही भागीरथी होटल पर अपना कब्जा कर लिया है। इस तरह से अलकनंदा उत्तराखंड और भागीरथी (दोनों बिल्डिंग) यूपी के हिस्से में आ गई हैं। सूत्रों का कहना है कि इसके अलावा एक और अहम मुद्दे पर सहमति बन गई है। उत्तराखंड की सीमा में आने वाले तमाम बैराज और जलाशयों पर आज भी यूपी का ही कब्जा है। अब ये तय किया गया है कि उत्तराखंड सरकार की ओर से इनमें वाटर स्पोर्ट्स का आयोजन किया जा सकेगा। इस पर यूपी को कोई भी आपत्ति नहीं होगी।

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