अनुपमा संभालेंगी हरदा की सियासी विरासत !

पुत्र आनंद और विक्रम की सियासी मंजिल की तलाश जारी
हरिद्वार ग्रामीण से कांग्रेस की प्रत्याशी हैं अनुपमा
पहले से हैं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव के पद पर
देहरादून। लंबे समय से चल रही चर्चाओं पर विराम लगाते हुए कांग्रेसी दिग्गज ने साफ इशारा कर दिया है कि उनकी सियासी विरासत पुत्री अनुपमा रावत ही होंगी। हरदा के दोनों पुत्र आनंद और विक्रम अभी भी सियासी मंजिल की तलाश में हैं।
कांग्रेसी दिग्गज के पुत्र आंनद रावत और पुत्री अनुपमा रावत राजनीति में लंबे समय से सक्रिय है। छोटे पुत्र विक्रम यूं तो ज्यादा सक्रिय नहीं है। लेकिन पिता के नाम पर सियासी मंजिल की तलाश में जरूर है। इस बारे में लंबे समय से कयास लगाए जा रहे थे कि हरदा आखिरकार किसे सियासत की इस दुनिया में आगे बढ़ाने का काम करेंगे।
अब हरदा ने अपने पत्ते लगभग खोल दिए हैं। टिकटों को लेकर कांग्रेस में मचे घमासान के बीच हरदा ने अपनी बेटी अनुपमा रावत के लिए राह खोल दी है। कांग्रेस ने अनुपमा को हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा सीट से टिकट दिया है। यहां बता दें कि 2017 में हरीश रावत ने कांग्रेस के टिकट पर इसी हरिद्वार ग्रामीण सीट से चुनाव लड़ा था। लेकिन भाजपा के यतीश्वरानंद के सामने उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
माना जा रहा है कि हरदा ने अपनी हार का बदला लेने के लिए ही अनुपमा को हरिद्वार सीट से प्रत्याशी बनाया है। इससे हरदा ने एक संकेत यह भी देने की कोशिश की है कि उनकी बेटी अनुपमा ही उनकी सियासी विरासत को संभालेगी। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या अनुपमा अपने पिता की हार का बदला लेकर उनकी सियासी विरासत को संभाल पाएंगी।