मां को सरकारी हेलीकाप्टर से लाया गया था देहरादून
हाकम पर खासी मेहरबान थी त्रिवेंद्र सरकार !
भर्ती घोटाले में अहम किरदार रहा है यह भाजपा नेता
अफसरों और नेताओं के साथ वायरल हो रही तसवीरें
खासा दिलचस्प रहा है बाबर्ची से अरबपति का सफर
देहरादून। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के भर्ती घोटाले में अहम किरदार बताए जा रहे भाजपा नेता हाकम सिंह पर त्रिवेंद्र सरकार खासी मेहरबान थी। 2018 में हाकम की बीमार मां को देहरादून लाने के लिए सरकारी चापर भेजा गया था। 2020 में नामजद होने के बाद भी उससे पूछताछ तक नहीं गई थी। माना जा रहा है कि अगर एसटीएफ के काम में बाधा नहीं डाली गई तो जांच की आंच कई सफेदपोश तक पहुंचेगी।
राज्य गठन के वक्त अफसरों के घर बाबर्ची का काम करने वाले हाकम का महज बीस सालों में अरबरपति बनने का सफर खासा दिलचस्प रहा है। इस दौरान उसे सत्ता का स्वाद लगा और नेताओं अफसरों से उसकी नजदीकियां बढ़ती रही। सियासी लोगों के संरक्षण में हाकम अपना काम बेखौफ अंदाज में करता रहा है।
बताया जा रहा है कि त्रिवेंद्र सरकार की हाकम पर खास मेहरबानियां बरसीं। 2020 में भर्ती घोटाले में हाकम तो हरिद्वार जिले की एक एफआईआर में नामजद किया गया था। लेकिन सियासी आकाओं की वजह से उसका बाल भी बांका न हुआ। आलम यह रहा कि हरिद्वार पुलिस ने इस गंभीर में नामजद हाकम से पूछताछ तक नहीं की। नतीजा यह रहा कि उसके हौंसले और भी बुलंद होते गए।
वरिष्ठ पत्रकार और खानपुर सीट ने निर्दल विधायक उमेश कुमार ने अपनी फेसबुक पोस्ट में उत्तरकाशी के जिलाधिकारी का एक खत पोस्ट किया है। इसमें अपर जिलाधिकारी ने आपदा प्रबंधन और पुनर्वास विभाग के अपर सचिव को लिखा है कि हाकम सिंह की मां की तबियत खराब है। उन्हें इलाज के लिए देहरादून ले जाना है। इसके लिए एक हेलीकाप्टर उपलब्ध कराया जाए। 10 अगस्त-2018 के इस खत में लिखा है कि हाकम की मां के इलाज के लिए सेहत महकमे की एक टीम मौके पर भेजी है।
पहाड़ पर स्वास्थ्य सेवाओं का हाल किसी से छुपा नहीं है। रोजाना कोई न कोई बुरी खबर सामने आ रही है। त्रिवेंद्र सरकार में हाकम का यह रसूख था कि मां के इलाज के लिए एक टीम मौके पर भेजी गई और उन्हें देहरादून लाने के लिए चापर का इंतजाम किया गया। इसके बाद यही कहा जा सकता है कि त्रिवेंद्र सरकार हाकम पर पूरी तरह से मेहरबान रही है।