काशीपुर बने स्वच्छ और आत्मनिर्भर

मुख्यमंत्री से केडीएफ का प्रतिनिधिमंडल ने की मांग
कई अफसरों से भी समस्या निस्तारण पर चर्चा
देहरादून। काशीपुर डेवलपमेंट फ़ोरम (केडीएफ) के एक प्रतिनिधिमंडल ने सीएम से मुलाकात कर उन्हें काशीपुर की समस्याओं से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने इनके निस्तारण का आश्वासन दिया।
प्रतिनिधिमंडल ने द्रोणासागर की डीपीआर, लक्ष्मीपुर माइनर (गूल), शुगर फ़ैक्ट्री, बाजपुर रोड, रामनगर नहर लिंक मार्ग, 27 नालियों के लिए नगर निगम को मार्जिन देने के साथ ही फ़्लाइओवर निर्माण की जाँच की माँग की गई। द्रोण माइनर को पुनः पूर्व की भाँति ताल से जोड़ते हुए द्रोणासागर के ताल को बिना रुकावट के भरने हेतू नियम बनाने, गोविषाण से एक सौ मीटर से ज़्यादा की दूरी पर निर्माण के प्रतिबन्ध से मुक्त करने, द्रोण प्रतिमा व पंचतत्व मंदिर को खोलने की मांग की।
आल इंडिया इंडक्शन फ़र्नस एससोसिशन अध्यक्ष और केडीएफ़ के उपाध्यक्ष देवेन्द्र अग्रवाल ने जीएसटी में बोगस बिलों की समस्याओं को जीएसटी काउंसिल में रखने का प्रतिवेदन दिया। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने काशीपुर नगर निगम को और अधिक कार्यशील बनाने के लिये आईआईएम एक प्रभावी कार्ययोजना मॉडल के रूप में विकसित करने पर सहमति दी। केडीएफ़ अध्यक्ष राजीव घई के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मिलने वालों में देवेन्द्र अग्रवाल, पवन अग्रवाल, शरद गोयल, दिलप्रीत सिंह सेठी, अरुण शर्मा, आयुषि नागर, अपूर्व जिंदल, अनिल तनेजा, प्रतीक जिंदल, वीरेन्द्र कालरा शामिल थे। मुख्यमंत्री के बाद प्रतिनिधिमंडल डीजीपी अशोक कुमार, डीआईजी निलेश आनंद भरने, कृषि सचिव मीनाक्षी सुंदरम, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अभिनव कुमार से भी मिला। साथ ही मुख्य सचिव को सभी प्रतिवेदन की प्रति प्रेषित की