सात जिलों को मिल सकती है कोविड कर्फ्यू से राहत
केंद्र के मानकों के अऩुसार पांच फीसदी से कम है संक्रमण दर
तीन पर्वतीय जिलों में आठ फीसदी से ज्यादा है संक्रमण
देहरादून। उत्तराखंड के सात जनपदों को कोविड कर्फ्यू में बड़ी राहत मिल सकती है। इन सात जिलों में संक्रमण की दर केंद्र के मानक पांच फीसदी से कम है। चिंता की बात यह है कि तीन पर्वतीय जिलों में संक्रमण दर आठ फीसदी ने ज्यादा है।
सामाजिक संस्था सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज फॉउंडेशन की ओर से कोविड मामले की अपने स्तर से समीक्षा की जा रही है। इस संस्था के मुखिया अनूप नौटियाल रोजाना सरकारी आंकड़ों के आधार पर समीक्षा करके सरकार को तमाम सुक्षाव दे रहे हैं। अनूप ने जो ताजा आंकड़े जारी किए हैं, वो खासी राहत वाले हैं। इन आंकड़ों के अनुसार सूबे के सात जनपदों में संक्रमण की दर पांच फीसदी से कम है। यह दर ऊधमसिंह नगर में 2.28, हरिद्वार में 2.35, चंपावत में 3.40, बागेश्वर में 3.45, देहरादून में 3.96, टिहरी में 4.16, उत्तरकाशी में 4.62 फीसदी है। केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइड लाइन के अऩुसार अगर किसी जनपद में संक्रमण की दर पांच फीसदी से कम है तो उन जिलों में कोविड कर्फ्यू में राहत दी जा सकती है।
अनूप की समीक्षा में एक बड़ी चिंता का विषय पर्वतीय जनपदों में संक्रमण दर ज्यादा होने की भी है। समीक्षा के आंकड़े बताते हैं कि अल्मोड़ा में संक्रमण दर सबसे ज्यादा 8.84 फीसदी है। पिथौरागढ़ में 8.84, चमोली में 8.23, पौड़ी में 7.95, नैनीताल में 6.92 और रुद्रप्रयाग में संक्रमण की दर 6.38 फीसदी है। जाहिर है कि इन जिलों में कोविड कर्फ्यू से राहत मिलने की संभावना खासी कम है।
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