सल्ट उप चुनावःक्या चलेगी सहानुभूति लहर ?
स्व. जीना के भाई की दावेदारी पर असमंसज में भाजपा
कांग्रेस ने स्व.सुरेंद्र की पत्नी को बनाया था प्रत्याशी
काबीना मंत्री रहे स्व. पंत की पत्नी भी बनी विधायक
देहरादून। भाजपा विधायक रहे सुरेंद्र सिंह जीना की असमय मृत्यु के बाद सल्ट विस सीट पर उप चुनाव हो रहा है। इस सीट से भाजपा के टिकट के लिए छह लोगों का पैनल तैयार किया गया है। इस पैनल में स्व. जीना के भाई महेश जीना का भी नाम है। अब भाजपा इस बात पर मंथन कर रही है कि क्या स्व. जीना के भाई को चुनाव में सहानुभित की लाभ मिलेगा और क्या इसी आधार पर अन्य की दावेदारी को दरकिनार कर दिया जाए।
सल्ट सीट से भाजपा के टिकट पर जीते सुरेंद्र सिंह जीना अपने क्षेत्र में खासे लोकप्रिय थे। पिछले साल जीना और उनकी पत्नी की असमय ही दुखद मृत्यु हो गई। इसके बाद इस सीट पर उप चुनाव हो रहा है। भाजपा इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखने की कोशिश कर रही है तो कांग्रेस इस पर फिर परचम फहराने की कोशिश में है।
भाजपा ने इसी सीट ने लिए छह लोगों के नामों का एक पैनल तैयार किया है। इसमें महेश जीना, डॉ. यशपाल रावत, दिनेश माहरा, गिरीश कुटनाला, प्रताप रावत और राधा रमन के नाम शामिल है। प्रदेश भाजपा खुद इस सीट पर फैसला करने की बजाय गेंद हाईकमान के खेमे में डाल दी है। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश भाजपा ने इस बात पर भी मंथन किया है कि क्या स्व. जीना के भाई को टिकट देने से क्या उन्हें अवाम की सहानुभूति चुनाव में मिल सकेगी। यह भी मंथन किया गया कि क्या इस सहानुभूति का लाभ लेने के लिए अन्य की दावेदारी को दरकिनार कर दिया जाए। बताया जा रहा है कि भाजपा ने स्व. जीना के भाई की क्षेत्र में लोकप्रियता पर भी मंथन किया है। वैसे अब तक तो चुनाव में सहानुभूति लहर का लाभ पत्नी को ही मिला है। कांग्रेस ने हरिद्वार जिले से विधायक रहे स्व. सुरेंद्र राकेश के भाई की दावेदारी को दरकिनार करके पत्नी को टिकट दिया और वे विजयी भी रहीं। पिथौरागढ़ जिले से विधायक रहे स्व. प्रकाश पंत की असमय मृत्यु के बाद भाजपा ने उनकी पत्नी चंद्रा पंत को टिकट दिया और उन्होंने भी जीत हासिल की। अब अगर भाजपा स्व. जीना के भाई को टिकट देती है तो उनके पक्ष में कितनी सहानुभूति लहर चलेगी यह तो आने वाले वक्त में ही तय होगा।