और ठगे से रह गए कांग्रेसी विधायक

प्रचंड बहुमत की दम पर सरकार ने पास करा लिया बजट
न तो चर्चा हुई और न कोई बहस
दून में फंसी थी सरकार की जान
देहरादून। उत्तराखंड विस में शनिवार को एक अजब ही नजारा दिखा। विभागों को बजट पर चर्चा होनी थी। लेकिन देहरादून में फंसी सरकार ने अपने प्रचंड बहुमत की दम पर सभी विभागों के बजट पारित करा लिए। विपक्षी कांग्रेसी विधायकों को न कुछ कहने का मौका मिला और न ही किसी मुद्दे पर बहस का।
विस का बजट सत्र यूं तो 10 मार्च तक प्रस्तावित था। इसी के आधार पर कार्य़मंत्रणा समिति की बैठक में कार्य़क्रम भी तय हो चुका था। लेकिन इसी बीच भाजपा में मची कलह ने सब गड़बड़ कर दिया। सीएम और कई मंत्रियों को शनिवार दोपहर ही देहरादून आना पड़ा। माना जा रहा था कि सत्र तय कार्य़क्रम के अनुसार ही चलेगा। इसी बीच भाजपा विधायकों को भी देहरादून आने का फरमान दिया गया। फिर क्या था। सरकार ने सदन को अपने हिसाब से चलाया। भोजनावकाश के बाद सरकार ने अपने प्रचंड बहुमत का इस्तेमाल किया। कुछ ही मिनट में तमाम विभागों को बजट पास करा दिए गए। विपक्षी कांग्रेसी विधायक कुछ समझ पाते तब तक को बजट पास करने की घोषणा के साथ ही सदन को अनिश्चित कालीन के लिए स्थगित कर दिया गया। जाहिर है कि विपक्ष को बजट पर अपनी बात रखने का मौका ही न मिला। इस मामले में शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक और नेता प्रतिपक्ष डॉ. श्री मती इंदिरा ह्रदयेश से बात करने की कोशिश की गई। लेकिन किसी से बात न हो सकी। उनका पक्ष मिलते ही प्रकाशित किया जाएगा।