राज्यसभा के 16 सदस्य तथा लोकसभा सचिवालय पारदर्शिता से हैं बच रहे
लोक सभा सचिवालय के सूचना अधिकारियों ने किया सांसदों के सम्पत्ति विवरण देने से इंकार
- राज्यसभा के 16 सदस्य तथा लोकसभा सचिवालय पारदर्शिता से हैं बच रहे
- लोक सभा सचिवालय के सूचना अधिकारियों ने किया सांसदों के सम्पत्ति विवरण देने से इंकार
- राज्यसभा के 16 सदस्यों ने नहीं दिया नियमानुसार अपना सम्पत्ति विवरण
देहरादून : राज्य सभा के 16 सदस्य तथा लोकसभा सचिवालय पारदर्शिता से बच रहे हैं। राज्यसभा के 16 सदस्यों ने जहां नियमानुसार अपना सम्पत्ति विवरण राज्यसभा सचिवालय को नहीं दिया है। वहीं लोकसभा के केन्द्रीय जन सूचना अधिकारी तथा प्रथम अपीलीय अधिकारी ने लोकसभा सांसदों केे सम्पत्ति विवरण को गोपनीय सूचना बताते हुये उपलब्ध कराने से इंकार कर दिया है जबकि 2019 में यही सूचना उपलब्ध भी करायी गयी है। यह खुलासा सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन द्वारा लोकसभा तथा राज्य सभा सचिवालय से सूचना मांगने से हुआ।
काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन ने लोकसभा तथा राज्यसभा सचिवालय के केन्द्रीय लोक सूचना अधिकारियों से नियमानुसार शपथ ग्रहण से 90 दिन के अंदर देने योग्य सम्पत्ति दायित्वों का विवरण देने तथा न देने वाले सांसदों की सूचना मांगी थी। इसके उत्तर में लोकसभा सचिवालय के केन्द्रीय लोक सूचना अधिकारी/डिप्टी सैक्रेटरी के.सोना ने सूचना को गोपनीय बताते हुए उसे उपलब्ध कराने से इंकार कर दिया तथा इसकी प्रथम अपील करने पर अपील प्राधिकारी/ज्वाइंट सैक्रेटरी नीरज सेमवाल ने केन्द्रीय लोक सूचना अधिकारी के उत्तर को सही माना।
राज्यसभा के केन्द्रीय लोक सूचना अधिकारी एवं निदेशक संजीव चन्द्र ने राज्यसभा के राज्यसभा सदस्य (आस्तियों तथा देयताओं की घोषणा) नियम 2004 के अन्तर्गत 01 जुलाई 2016 से सूचना प्रदान करने की तिथि तक सम्पत्ति का विवरण न देने वाले 16 राज्यसभा सांसदों की सूची उपलब्ध करायी है। इससे पूर्व 2019 में मांगी गयी सूचना से खुलासा हुआ था कि लोकसभा के 503 सांसदों ने सम्पत्ति विवरण नहीं दिया था तथा केवल 36 सांसदों ने ही 10 दिसम्बर 2019 तक अपने सम्पत्ति दायित्वों का विवरण दिया था।
राज्य सभा के केन्द्रीय लोक सूचना अधिकारी निदेशक संजीव चन्द्र द्वारा उपलब्ध करायी गयी सूचना के अनुसार राज्यसभा के वर्तमान 16 सदस्यों ने अपने सम्पत्ति तथा देयताओं के बारे में सूचना नहीं दी है। सम्पत्ति विवरण न देने वाले राज्यसभा सांसदों में रामदास अठावले, शिबू सोरेन, रायगा कृष्णैया, रविचन्द्र वद्दीराजू, सतीश चन्द्र दूबे, जयराम रमेश, कविता पाटीदार, सुलता देव, मिथलेश कुमार, मीशा भारती, आदित्य प्रसाद, संजय राउत, प्रमोद तिवारी, एस कल्याण सुन्दरम, के.आर.एन.राजेश कुमार, जावेद अली खान शामिल है।
लोकसभा के वर्तमान तक जिन सांसदो ने सम्पत्ति विवरण नहीं दिया है उनकी सूची लोकसभा सचिवालय ने गोपनीय बताते हुए नहीं उपलब्ध करायी है। पूर्व में 10 दिसम्बर 2019 तक 503 लोकसभा सांसदों ने अपना सम्पत्त् विवरण नहीं दिया था। प्रधानमंत्री सहित केवल 36 सांसदों ने ही अपना सम्पत्ति दायित्वों का विवरण लोकसभा सचिवालय में दिया था।
इन सांसदों में भाजपा के सुरेश अंगादि, रतन लाल कटारिया, प्रहलाद जोशी, डा0 रमेश पोखरियाल निशंक, नरेन्द्र मोदी, स्मृति जुबिन ईरानी, विष्णु दयाल राम, गजेन्द्र सिंह शेखावत, रवि शंकर प्रसाद, नरेन्द्र सिंह तोमर, राजू बिस्ता, साध्वी निरंजन ज्योति, कैलाश चैधरी, देबाश्री चैधरी, संजय शमराव धौतरे, डा0 सत्यपाल सिंह, अनुराग शर्मा, प्रहलाद सिंह पटेल, महेश शर्मा, डाॅ0 निषिकांत दुबे, साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, अजय मिश्रा (टेनी), राजा अमरेसवर नायक, हसंराज हंस तथा माला राज्या लक्ष्मीशाह शामिल है।
एआईटीसी के सांसदों में सजदा अहमद, खलीलुर्रहमान, दीपक अधिकारी, माला राय, असित कुमार मल, सुदीप बंधोपाध्याय, अबु ताहिर खान तथा प्रसून बनर्जी शामिल है। इसके अतिरिक्त शिवसेना के गजानंद चन्द्रकांत कृतिकर, बीजेडी के अचुत्यानंद सामत्रत तथा एआईडीएमके के पी0रविन्द्र नाथ कुमार शामिल है।