कैंटः चुनाव ‘परिवारवाद’ बनाम ‘सूर्योदय’ पर

‘आप’ ने बोतल से निकाला छात्रवृत्ति घोटाले का जिन्न
टिकट ने मिलने कई भाजपा नेता मायूस
कांग्रेसी दावेदार भी हुए फैसले से निराश
देहरादून। लंबे समय तक भाजपा का गढ़ रही कैंट विस सीट पर इस बार का चुनाव बेहद दिलचस्प हो चुका है। भाजपा ने जहां परिवारवाद पर भरोसा किया है तो कांग्रेस को अपने सूर्य पर यकीन है। इन दोनों के बीच आप ने छात्रवृत्ति घोटाले के जिन्न को चुनावी माहौल में बोतल से बाहर निकाल दिया है।
इस सीट पर लगभग 40 सालों तक भाजपा नेता हरबंस कपूर का ही कब्जा रहा। इस सीट से दावेदारी करने वाले भाजपा नेताओं को हर बार निराशा ही हाथ लगी थी। विधायक कपूर की मृत्यु के बाद इन नेताओं को लगा कि इस बार शायद उनका नंबर आ जाएगा। लेकिन भाजपा हाईकमान ने स्व. कपूर की पत्नी सविता कपूर को प्रत्याशी बना दिया। इसका कई नेताओं ने खुलकर विरोध भी किया। जाहिर है कि भाजपा इस सीट पर परिवारवाद का दांव खेल रही है।
इधर, कांग्रेस में भी टिकट के कई दावेदार थे। लेकिन पार्टी ने इस क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय रहे सूर्यकांत धस्माना का टिकट दिया है। इससे अन्य दावेदार मायूस तो हैं पर खुला विरोध सामने नहीं आया है। धस्माना इस बार कैंट में सूर्योदय के नारे के बीच जनता में पैठ बनाने की कोशिश में लगे। कांग्रेस की ओर से भाजपा पर निजी हमले तो नहीं हो रहे हैं पर भाजपा के एक खेमे ने धस्माना पर राज्य आंदोलन की एक घटना को लेकर हमलावर होने की कोशिश जरूर की है।
इस सीट पर चुनाव को त्रिकोणीय बना रहे आप प्रत्याशी रवींद्र आनंद ने भाजपा प्रत्याशी सविता कपूर के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। आप नेता ने उत्तराखंड के बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले का जिन्न बोतल से बाहर निकाल दिया है। उनका कहना है कि भाजपा प्रत्याशी सविता कपूर जिस कॉलेज सोसाइटी की चेयरमैन रहीं है, उस कॉलेज में पांच करोड़ की छात्रवृत्ति की घोटाला किया गया है। सूबे में भाजपा की सरकार थी। लिहाजा सविता कपूर या उनके पुत्र के खिलाफ कोई एक्शन नहीं हुआ।
मतदान में अभी 10 दिन से ज्यादा का वक्त बाकी है। माना जा रहा है कि चुनाव प्रचार के और गति पकड़ने पर इस सीट पर मुकाबला बेहद ही दिलचस्प अंदाज में दिखाई देगा।