उत्तराखंड

उत्तराखंड : तीन साल में 15 हजार से अधिक युवाओं को दी सरकारी नियुक्ति – CM धामी

उत्तराखंड में तीन साल में 15 हजार से अधिक युवाओं को दी सरकारी नियुक्ति : सीएम धामी

कहा, रोजगार हमारी प्राथमिकता और संकल्प

मुख्यमंत्री ने विभिन्न औद्योगिक इकाइयों के लिए चयनित 212 युवाओं को बांटे नियुक्तिपत्र

ऑनलाइन प्लेसमेंट और रोजगार मेलों के जरिए 2303 छात्रों को मिली नौकरी

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश के अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता और संकल्प है। तीन वर्ष के कालखंड में राज्य में 15 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी विभागों में नियुक्ति दी जा चुकी है। 2303 छात्रों को ऑनलाइन प्लेसमेंट और रोजगार मेलों के माध्यम से नौकरी मिली है।

मुख्यमंत्री धामी बृहस्पतिवार को मुख्य सेवक सदन में प्राविधिक शिक्षा विभाग की ओर आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न औद्योगिक इकाइयों के लिए चयनित 212 युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए। मुख्यमंत्री ने सभी युवाओं को बधाई देते हुए विश्वास जताया कि सभी लोग अपनी जिम्मेदारियों का कर्तव्यनिष्ठा के साथ निर्वहन करेंगे। उनकी सरकार राज्य में बेहतर औद्योगिक माहौल बनाने में सफल हुई हैं और इसी का परिणाम है कि आज राज्य में निजी कंपनियां भी रोजगार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। देवभूमि उत्तराखंड में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। जरूरत है तो सिर्फ उचित अवसर और दिशा देने की।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दस वर्षों के कालखंड में देश ने हर क्षेत्र में अभूतपूर्व तरक्की की है। युवाओं को पारदर्शिता और योग्यता के आधार पर हर क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन प्लेसमेंट और रोजगार मेलों के माध्यम से 2303 छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में नियुक्ति दी जा चुकी है। हमारा उद्देश्य सिर्फ रोजगार प्राप्त करना नहीं होना चाहिए बल्कि अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना होना चाहिए।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि पिछले तीन साल के कालखंड में उनका प्रयास रहा है कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर मिले। और इसी का परिणाम है कि पिछले तीन साल में उनकी सरकार 15 हजार से भी अधिक युवाओं को विभिन्न सरकारी विभागों में नियुक्ति दे चुकी है। पहले नकल माफिया प्रतिभावान और योग्य युवाओं के लिए ग्रहण बना हुआ था। उन्होंने देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून बनाकर नकल माफिया के नेटवर्क को ध्वस्त किया है। अब राज्य में सभी प्रतियोगी परीक्षाएं पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ निर्धारित समय पर सम्पन्न हो रही हैं और प्रतिभावान एवं योग्य अभ्यर्थी चयनित होकर आ रहे हैं।

समारोह में तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल, राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी, गोसेवा आयोग के अध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, अपर सचिव तकनीकी शिक्षा स्वाति भदौरिया एवं अन्य अधिकारी गण उपस्थित थे।

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