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आचरण ही शिक्षा की बुनियादी आवश्यकताः डॉ. सिंह

प्रयास आईएएस स्टडी का 20वां स्थापना दिवस

देहरादून। संस्था के संस्थापक निदेशक डॉ. सुशील कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षा का व्यावसायीकरण कितना हुआ है यह भिन्न-भिन्न लोगों पर अलग-अलग देखा जा सकता है। उनका मानना है कि शिक्षा मूल्यपरक व्यवस्था है और जब तक इसे दक्षता, क्षमता और आचरण से न ग्रहण किया जाये यह उपजाऊ नहीं हो पाती है। 20 बरस की इस यात्रा में उन्होंने कई उतार-चढ़ाव की चर्चा की और प्रतियोगियों को इस दुविधा से बाहर रहने का सुझाव दिया कि परीक्षा को न तो कठिन समझे और न ही नामुमकिन बस इसकी तकनीक और मांग को समझें और अपनी ताकत झोंके।

कोविड नियमों का पालन करके कार्यकर्म में मौजूद युवा

संस्था में अध्ययनरत कई प्रतियोगियों ने स्थापना दिवस के इस मौके पर अपने अनुभवों को न केवल साझा किया बल्कि प्रेरणा कई काम आसान कर देती है इसकी भी अवधारणा देखने को मिली। डॉ. सिंह ने कहा कि कोरोना के इस दौर में शिक्षा भले ही कठिनाई में गई है मगर इससे कोई समझौता न पहले हुआ है और न आगे होगा। डॉ. सिंह की दो पुस्तकें भी प्रकाशित हुई हैं जो प्रतियोगियों के काम आ रही हैं। इसके अलावा 50 राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय अवार्ड भी उन्हें मिल चुके हैं। वर्तमान में जीएसटी और गुड गवर्नेंस पर उनका शोध कार्यक्रम जारी है। प्रयास आईएएस के साथ वाईएस रिसर्च फाउंडेशन के निदेशक के तौर पर पठन-पाठन का यहां पूरा वातावरण देखा जा सकता है

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