नहाय-खाय के साथ उत्तराखंड में छठ महाव्रत कार्यक्रम की शुरुआत

आज मनाया जाएगा खरना का पर्व
पूर्वा सांस्कृतिक मंच ने सजाए 18 घाट
बिहारी महासभा भी कर रही आयोजन
देहरादून। लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा की शुरुआत नहाय-खाय (Nahay Khay) के साथ होती है। चार दिनों तक चलने वाला यह महापर्व हिंदू पंचांग के मुताबिक छठ पूजा कार्तिक माह की षष्ठी से शुरू हो जाती है. लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया है। 29 अक्टूबर को खरना है। डूबते सूर्य को 30 अक्टूबर को व उगते सूर्य को 31 अकटूबर को अर्घ्य दिया जायेगा.
बिहारी महासभा के अध्यक्ष ललन सिंह ने बताया कि सभा द्वारा छठ महापर्व को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है बड़े पैमाने पर घाटों की सफाई की जा रही है इसके लिए अलग अलग टीम बनाई गई है जो टपकेश्वर महादेव मंदिर प्रेम नगर चंद्रमणि और मालदेवता में कमेटी के साथ रहेगी कमेटी द्वारा सभी स्थानों पर घाटों की सफाई की जा रही है। बिहारी महासभा के सचिव चंदन कुमार झा ने बताया कि सभी प्रमुख घाटों पर सुलभ इंटरनेशनल द्वारा स्वच्छता में सहयोग दिया जा रहा है।

इधर पूर्वा सांस्कृतिक मंच ने अपने सभी 18 घाटों व जल स्त्रोतों की सफाई, सजावट व रंग रोगन किया। मंच ने इसके लिए बाकायदा अवधेश पंडित, अखिलेश यादव, धर्मेंद्र राम और शंभू प्रसाद, अजीत झा, जगदानंद झा, रामविलास गुप्ता, इंदल यादव की देखरेख में 25 कार्यकर्ताओं की टीम बनाई जो घाटों की जरूरत के हिसाब से कुर्सी, सामियाना, बिजली का बल्ब लरियां वगैरह को सजाने का कार्य देखेंगी! पूर्वा सांस्कृतिक मंच के संस्थापक महासचिव सुभाष झा ने बताया कि रविवार रात्रि काल तक सभी घाटों की निगरानी मंच कार्यकर्ता पुरी मुस्तैदी के साथ करेंगे ताकि कोई जानवर या शरारती तत्व घाटों को गंदा या अपवित्र ना कर सकें।