सीएम की सौम्यता से भी भगत ने न ली ‘नसीहत’
त्रिवेंद्र ने मांगी माफी तो बंशी बोले वापस लेता हूं बयान
ट्वीट में भाजपा अध्यक्ष ने खेद भी न जताया
नेता प्रतिपक्ष पर अमर्यादित टिप्पणी का मामला
देहरादून। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंशीधर भगत ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की सौम्यता से भी कोई सबक नहीं सीखा। बंशी की नेता प्रतिपक्ष पर अमर्यादित टिप्पणी पर सीएम ने जहां माफी मांगी। वहीं बंशी ने महज ट्वीट किया कि अगर उन्हें कोई क्षति पहुंची हो तो वे अपना बयान सम्मानपूर्वक वापस लेते हैं। भगत ने अपने ट्वीट में खेद तक नहीं जताया।
अपने कई बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले भाजपा प्रदेश भाजपा अध्य़क्ष भगत ने विगत दिवस नेता प्रतिपक्ष डॉ. श्रीमती इंदिरा ह्रदेयश के लिए अमर्यादित टिप्पणी की थी। यह टिप्पणी सोशल मीडिया में भी वायरल हो गई। मामले की गंभीरता को समझते हुए सीएम त्रिवेंद्र ने बंशी के इस बयान के लिए नेता प्रतिपक्ष से खुद ही खेद जताते हुए माफी मांगी। लेकिन भाजपा अध्यक्ष की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई।
भगत की इस टिप्पणी का चौतरफा विरोध हुआ। सीएम के माफी मांगने से यह भी साफ हो गया कि वे पार्टी अध्यक्ष की इस टिप्पणी से खासे आहत है। देहरादून में कांग्रेस नेताओं ने बंशी के खिलाफ एफआईआर की मांग भी की। बुधवार दोपहर बाद भगत ने एक ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा कि नेता ‘प्रतिपक्ष उत्तराखंड की सम्मानित नेता है। कई बार एक ही निर्वाचन क्षेत्र होने के कारण नोंक-झोक स्वभाविक है। मेरे कल के बयान से उन्हें अगर कोई क्षति पहुंची हो तो मैं सम्मानपूर्वक अपना बयान वापस लेता हूं’।
अहम बात यह भी है कि सीएम ने अपना कोई कसूर होते हुए भी कुछ ही समय में नेता प्रतिपक्ष से माफी मांगी तो कसूरवार बंशी ने 24 घंटे बाद महज अपना बयान वापस लिया। वो भी यह कहते हुए कि अगर उन्हें कोई क्षति पहुंची हो। बंशी ने प्रोटोकॉल का पालन करते हुए खेद तक नहीं व्यक्त किया।
संबंधित खबर……पहले भी बहकती रही है ‘बंशी की धुन’