आप और भाजपा के बीच सिमटा मुकाबला

त्रिकोणीय संघर्ष में आने की कोशिश में है कांग्रेस
विस क्षेत्र में चल रही है बदलाव की बयार
20 सालों से विकास के इंतजार में अवाम
देहरादून। ऊधमसिंह नगर जिले की काशीपुर विस सीट का चुनाव बेहद दिलचस्प दौर में आ गया है। हालात इशारा कर रहे हैं कि 20 साल से विकास की बाट जोह रही काशीपुर की जनता इस बार बदलाव के मूड में आ गई है। यही वजह है कि यहां का चुनाव आप और भाजपा के बीच सीधे मुकाबले में आ गया है। कांग्रेस किसी भी तरह से त्रिकोणीय मुकाबला करने की जुगत में है।
इस सीट पर 20 साल से भाजपा का कब्जा है। इस अवधि में 10 साल भाजपा की सरकार ही सूबे में रही है। इसके बाद भी काशीपुर की जनता का विकास का इंतजार खत्म ही नहीं हुआ। इस बीच क्षेत्र में आप ने दखल दिया और आप प्रत्याशी दीपक बाली ने अपनी सक्रियता से लोगों के दिलों में पैठ बनाने की कोशिश की। इस बार भाजपा ने एक बार फिर 20 साल के विधायक हरभजन सिंह चीमा के बेटे त्रिलोक को टिकट दिया है। तो कांग्रेस ने भी एक नए चेहरे नरेंद्र सिंह को टिकट देकर परिवारवाद का दांव चला है।
सूत्रों का कहना है कि इसके विपरीत आप प्रत्याशी दीपक बाली ने अपने समर्थकों की दम पर क्षेत्र में खासी पकड़ बना ली है। माना जा रहा है कि इस बार का चुनाव आप प्रत्याशी दीपक बाली और भाजपा प्रत्याशी त्रिलोक सिंह चीमा के बीच ही सिमट गया है। कांग्रेस प्रत्याशी नरेंद्र सिंह की कोशिश इस चुनाव को त्रिकोणीय बनाने भर तक ही दिख रही है।
इस विस क्षेत्र में मुसलिम मत इस बार निर्णायक बनते दिख रहे हैं। अगर इनके मतों का किसी एक पार्टी के पक्ष में धुव्रीकरण हो गया तो भाजपा प्रत्याशी को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस समाज के वोटर यह देख रहे हैं कि भाजपा को आप प्रत्याशी हरा सकता है या फिर कांग्रेस का। कांग्रेस प्रत्याशी एकदम नए हैं। ऐसे में उनके पक्ष में ध्रुवीकरण होने की संभावना खासी कम है। अगर यह समाज आप के पक्ष में एकजुट हो गया तो मुकाबला बेहद ही नजदीकी हो सकता है।