तो भंग होगा चारधाम देवस्थानम बोर्ड !
हिंदू मंदिर सरकारी नियंत्रण से हों मुक्तःआरएसएस
अखिल भारतीय सहप्रचार प्रमुख ने किया ट्वीट
भाजपा सांसद स्वामी ने की सुप्रीम कोर्ट में रिट
सीएम तीरथ भी कह हैं चुके पुनर्विचार की बात
देहरादून। चार धाम समेत अन्य मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण के लिए त्रिवेंद्र सरकार के समय में बने देवस्थानम बोर्ड पर संकट गहराता दिख रहा है। उत्तराखंड में इसका विरोध पहले सही हो रहा था। अब आरएसएस के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र कुमार ने भी एक ट्वीट में कहा है कि हिंदू मंदिर सरकारी नियंत्रण से मुक्त होने चाहिए। इससे पहले मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत भी कह चुके हैं कि इस बोर्ड पर पुनर्विचार किया जाएगा। इन हालात में इस देवस्थानम बोर्ड के भंग होने के आसार बढ़ गए हैं।
मुख्यमंत्री रहते त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चार धामों की व्यवस्था के लिए चार धाम देवस्थानम बोर्ड का गठन किया था। इसके साथ ही सभी धाम सरकारी नियंत्रण में आ गए। इसका धामों के तीर्थ-पुरोहितों ने खासा विरोध किया। लेकिन सरकार ने उनकी कोई बात नहीं सुनी। भाजपा सांसद सुब्रह्मणय स्वामी ने इस बोर्ड के खिलाफ नैनीताल हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की। हाईकोर्ट ने इसे खारिज कर दिया तो स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट में अपील कर रखी है। यह मामला कितना संवेदनशील है, इसे इस तथ्य के प्रकाश में देखें कि सत्ता संभालते ही मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि इस बोर्ड के बारे में फिर से विचार किया जाएगा। सभी पक्षों से बात करने अंतिम फैसला किया जाएगा।
अब आरएसएस भी मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण के खिलाफ आ गया है। संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र कुमार ने सोमवार को एक ट्वीट किया है। इसमें संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी ने लिखा है कि हिंदू मंदिर सरकारी नियंत्रण से मुक्त होने चाहिए और समाज को उसकी व्यवस्था करनी चाहिए। मंदिर में आने वाले धन का उपयोग सामाजिक कार्यों में किया जाना चाहिए। हैश टैग फ्री हिदूं टैम्पल्स से यह ट्वीट खासा ट्रेंड कर रहा है। इन हालात में चारधाम देव स्थापनम बोर्ड के भंग होने के आसार खासे बढ़ गए हैं।