विभागीय आयोजनों से महाराज क्यों ‘दूर’
पहले पर्यटन और अब सिंचाई विभाग के कायर्क्रम में नहीं दिखे मंत्री
दोनों कार्यक्रमों में सीएम त्रिवेंद्र रहे चीफ गेस्ट
सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बनी दूरी
देहरादून। काबीना मंत्री सतपाल महाराज अपने ही विभागों के आयोजनों में नजर नहीं आ रहे हैं। पिछले दिनों पर्यटन विभाग के नयार घाटी और आज रविवार को सूर्य़धार झील के लोकापर्ण समारोह में विभागीय मंत्री महाराज दिखाई नहीं दिए। यह मामला सियासी गलियारों में इस वजह से और भी चर्चा में है, क्योंकि दोनों ही आयोजनों के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत खुद ही थे।
कुछ रोज पहले पौड़ी की नयार घाटी में साहसिक खेलों का भव्य आयोजन हुआ था। इसका उद्घाटन खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया था। यह आयोजन पर्यटन विभाग ने किया था। अहम बात यह रही कि इस आयोजन में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज कहीं नजर नहीं आए। किसी वजह से वे उद्घाटन में नहीं पहुंचे तो समापन समारोह में भी नजर नहीं आए।
आज रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट सूर्य़ाधार झील का लोकापर्ण किया। माना जा रहा था कि इस आयोजन में विभागीय मंत्री सतपाल महाराज मौजूद रहेंगे। ऐसा इसलिए भी माना जा रहा था कि पिछले माह महाराज ने इस निर्माणाधीन झील का दौरा किया था। उस दौरान उन्होंने इस झील का लागत बढ़ने पर सवाल उठाए थे और इसकी जांच का आदेश भी विभागीय मंत्री के तौर पर दिया था। लेकिन महाराज इस आयोजन में नजर नहीं आए और सीएम ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट वाली इस झील का लोकापर्ण कर दिया। अपने ही विभाग के दो बड़े आयोजनों में काबीना मंत्री सतपाल महाराज का शामिल न होना सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। यह मामला इस वजह से और भी चर्चा में है कि दोनों आयोजनों में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत खुद ही मुख्य अतिथि थे। इसके तमाम सियासी निहितार्थ भी तलाशे जा रहे हैं। कहीं इसे सीएम और मंत्री के बीच कुछ मनभेद कहा जा रहा है तो कहीं यह कहा जा रहा है कि यह सत्ता संघर्ष की शुरुआत तो नहीं है।