हरदा बताएंगे डेनिस और भूमि लीज का ‘सच’
इन्हें जिद की हद तक क्यों बढ़ाया इसका भी करेंगे खुलासा
स्वीकारा कि सार्वजनिक जीवन नहीं होना चाहिए जिद्दी
शुक्रवार शाम को फेसबुक लाइव में करेंगे मन की बात
देहरादून। कांग्रेस के दिग्गज और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की सियासत का अंदाज ही निराला है। अपने मुख्यमंत्रित्व काल में डेनिस शराब और जमीन को लीज पर देने के मामलों को लेकर हरदा खासे चर्चा में रहे थे। अब चुनावी बेला में हरीश इन दोनों की मामलों को खुद ही फिर से चर्चा में ले आए हैं। हरदा कह रहे हैं कि वे खुद ही इस बात का खुलासा करेंगे कि इन दोनों मामलों का सच क्या है। वे यह भी बताएंगे कि इन मामलों में वे जिद की हद तक आगे क्यों बढ़ते गए।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट डाली है। इसमें हरदा ने लिखा है कि “मैं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल की कुछ चर्चित बातों को याद करता हूं तो मुझे लगता है कि मैंने अपने मन में कुछ चीजों को इतना सही और सार्वजनिक रूप से उपयोगी मान लिया कि मैं उनके क्रियान्वयन पर तुल गया। सार्वजनिक जीवन के व्यक्ति को कभी जिद्दी नहीं होना चाहिये। मैंने अपने कई निर्णयों को जिद्द की हद तक आगे बढ़ाया उनमें से कुछ को लीज पर भूमि देने का और दूसरा मामला डेनिस के रूप में कुछ समय तक शराब के प्रचलन का भी है। और भी कुछ ऐसे प्रकरण हैं। मेरी सोच कितनी सही थी और मैं कहां पर गलत था, मैं दोनों पर आपसे अपने विचार साझा करना चाहता हूं और 30 अक्टूबर, 2020 को रात आठ बजे मैं अपने ऐसे कुछ निर्णयों के पहलुओं को लेकर अपने फेसबुक पेज पर लाइव रहूंगा।“
हरदा का यह सियासी पैंतरा आसानी से समझ में आने वाला नहीं है। गड़े मुर्दे खुद ही उखाड़ने के पीछे उनकी सियासी चाल क्या हो सकती है, यह तो शाम को उनके लाइव के दौरान ही सामने आएगा। फिलवक्त तो सियासी लोग इस बारे में कयास ही लगाते दिख रहे हैं।