इशारों में जड़ा ‘मित्र विपक्ष’ का आरोप

कांग्रेस नेता बोले, मौका मिलने के बाद भी सीएम को नहीं घेर सकी पार्टी
न्यूज वेट ब्यूरो
देहरादून। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी ने प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को एक पत्र लिखा है। इस पत्र की भाषा में इशारों ही इशारों में प्रदेश कांग्रेस पर मित्र विपक्ष का आरोप भी लगता दिख रहा है। जोशी ने साफ लिखा है कि मौका मिलने के बाद भी कांग्रेस भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री को बेनकाब नहीं कर सकी।
यूं तो राज्य गठन के बाद ही सत्ता में कोई भी दल रहा हो। विपक्ष की भूमिका पर सवाल उठते ही रहे हैं। यह पहला मौका है कि कांग्रेस के ही एक वरिष्ठ नेता जोशी ने अपनी पार्टी पर इशारों में इसी तरह का आऱोप जड़ दिया है। जोशी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम को लिखे एक पत्र में कहा है कि देखने में आ रहा है कि वरिष्ठ नेता किसी बात पर एक राय नहीं हो रहे हैं। इससे कार्यकर्ताओं में भी भ्रम की स्थिति बन रही है। इस बारे में राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने और विधायकों का वेतन सीएम राहत कोष में देने जैसी बातों का जिक्र किया गया है।
पत्र के अंतिम पैरा में जोशी ने लिखा है कि संकट के इस दौर में सरकार का सहयोग एक अच्छा कदम है। लेकिन सरकार की अक्षमता जनहितों पर भारी पड़ने लगे, सरकार की अदूरदर्शिता की वजह से लोगों का जीवन ही संकट में पड़ने लगे तो राज्यहित में सरकार और नेतृत्व को बेनकाब जरूर करें। इसमें लिखा गया है कि पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश ने जिम संचालकों के मुद्दे पर मुख्यमंत्री से बात करने की कोशिश की तो जवाब मिला कि मुख्यमंत्री अभी बैडमिंटन खेल रहे हैं, लिहाजा बात नहीं हो सकती। जोशी लिखते हैं कि अगर यही जवाब किसी कांग्रेसी मुख्यमंत्री की ओऱ से मिला होता तो भाजपा नेताओं की ओर से भारी बवाल मचा दिया गया होता। खेल सीएम का शौक हो सकता है। लेकिन कोरोना संकट के दौर में इस तरह का जवाब शोभनीय नहीं कहा जा सकता। कांग्रेस ने ऐसे असंवेदनशील और संकट के इस दौर में भी गंभीर आचरण न करने वाले मुख्यमंत्री को बे-नकाब करने का मौका गंवा दिया। जोशी यह भी लिखते हैं कि उनका आशय किसी तरह का आरोप लगाने का नहीं है। लेकिन एक जिम्मेदार कार्यकर्ता के नाते अपने अनुभव साझा करना भी जरूरी है। इस पत्र की प्रतियां प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह, राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत को भी भेजी गई है। इस पत्र के बाद प्रदेश कांग्रेस में घमासान और तेज होने के आसार हैं।