फर्जी बैंक गारंटीः डीईओ को नोटिस जारी
ऊधमसिंह नगर के इस मामले में अफसर की भूमिका संदिग्धः सेमवाल
देहरादून। ऊधमसिंह नगर जिले में शराब ठेकेदारों द्वारा फर्जी बैंक गारंटी के मामले के शासन ने खासी गंभीरता से लिया है। लगभग तीन करोड़ के इस घोटाले में जिला आबकारी अधिकारी अशोक मिश्रा की भूमिका को संदिग्ध मानते हुए आबकारी सचिव ने उन्हें नोटिस जारी किया है।
शराब के नए ठेके आवंटन के वक्त ऊधमसिंह नगर में 12 ठेकेदारों ने प्रतिभूति के तौर पर बैंक गारंटी जमा की थी। कुछ महीने पहले कुमाऊं के संयुक्त आयुक्त केके कांडपाल ने इसकी जांच की तो पाया को इन लोगों ने यूपी के रामपुर जिले के मसवासी की बैंक आफ बड़ोदा की शाखा से बैंक गारंटी जमा की है। मामला संदिग्ध लगने पर उन्होंने बैंक से इसकी जानकारी की। तो पाया गया कि बैंक ने य़े गारंटी जारी ही नहीं की है।
इस बीच आबकारी आयुक्त हरिचंद सेमवाल ने पूरे प्रदेश में बैंक गारंटी की जांच का आदेश दिया था। उसी क्रम ने कांडपाल ने ये जांच करवाई थी। यह मामला सुर्खियों में आय़ा तो जिला आबकारी अधिकारी अशोक मिश्रा ने सभी ठेकेदारों ने नई बैंक गारंटी ले ली। न्यूज वेट ने उनसे बात की तो मिश्रा ने कहा कि बैंक की गलती से ऐसा हुआ था। सभी ठेकेदारों से पैसा जमा करा लिया गया है।
इस मामले को आबकारी सचिव हरिचंद सेमवा ने खासी गंभीरता से लिया है। उनका कहना है कि इस जब पूरे प्रदेश में बैंक गारंटी की जांच का आदेश दिया गया था तो फिर ऐसा क्यों किया गया है। इस मामले में जिला आबकारी अधिकारी की भूमिका को संदिग्ध मानते हुए उन्हें एक नोटिस जारी कर दिया गया है। विभाग के साथ इस तरह की धोकाधड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।