उत्तराखंड

कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बीते दिन हुए विवाद को लेकर कांग्रेस ने धामी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर पुतला फूंका

वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की बीच सड़क पर युवक के साथ हुई हाथापाई का वीडियो वायरल होते ही विपक्षी पार्टी कांग्रेस को बैठे-बिठाए मुद्दा मिल गया। पार्टी ने इसे सीधे आम आदमी पर सत्ता का हमला बताया है। वहीं, बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेशभर में प्रदर्शन किया और धामी सरकार व वित्त मंत्री के खिलाफ नारेबाजी कतरे हुए पुतला फूंका।

वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की बीच सड़क पर युवक के साथ हुई हाथापाई का वीडियो वायरल होते ही विपक्षी पार्टी कांग्रेस को बैठे-बिठाए मुद्दा मिल गया। पार्टी ने इसे सीधे आम आदमी पर सत्ता का हमला बताया है। वहीं, बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेशभर में प्रदर्शन किया और धामी सरकार व वित्त मंत्री के खिलाफ नारेबाजी कतरे हुए पुतला फूंका।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि यह घटना लोकतंत्र के लिए एक बदनुमा दाग है, जहां सत्तारूढ़ दल के मंत्री आम जनता को कीड़े मकोड़े की तरह समझते हैं। घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए माहरा ने कहा कि चुने हुए जनप्रतिनिधियों को इस तरह के कृत्य किसी भी सूरत में शोभा नहीं देते हैं।

माहरा ने कहा कि प्रेमचंद्र अग्रवाल कोई सड़क छाप या ऐरा गेरा व्यक्ति नहीं हैं, वह विधानसभा अध्यक्ष जैसे गरिमामय पद पर रह चुके हैं। संसदीय कार्य मंत्री रह चुके हैं और वर्तमान में शहरी विकास व वित्त मंत्री हैं। ऐसे में उनसे समाज के एक जिम्मेदार सुलझे हुए और परिपक्व बर्ताव की अपेक्षा की जाती है।

करन माहरा ने अंदेशा जताया कि हर बार की तरह इस बार भी भाजपा आलाकमान इस मामले का संज्ञान होने के बावजूद अनदेखा कर देगा, क्योंकि भाजपाइयों का सौ खून माफ है। इधर, पार्टी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग करते हुए दोषी मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है।

उन्होंने कहा कि जिन के कंधों पर राज्य की कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी है, जब वही आम जनता के साथ मारपीट कर कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं, तो प्रदेश में कैसे कानून का राज रहेगा। वहीं, पार्टी उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप और प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने भी इस मामले में प्रेमचंद अग्रवाल की निंदा की है।

कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि यह घटना लोकतंत्र के लिए एक बदनुमा दाग है, जहां सत्तारूढ़ दल के मंत्री आम जनता को कीड़े मकोड़े की तरह समझते हैं। घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए माहरा ने कहा कि चुने हुए जनप्रतिनिधियों को इस तरह के कृत्य किसी भी सूरत में शोभा नहीं देते हैं।

माहरा ने कहा कि प्रेमचंद्र अग्रवाल कोई सड़क छाप या ऐरा गेरा व्यक्ति नहीं हैं, वह विधानसभा अध्यक्ष जैसे गरिमामय पद पर रह चुके हैं। संसदीय कार्य मंत्री रह चुके हैं और वर्तमान में शहरी विकास व वित्त मंत्री हैं। ऐसे में उनसे समाज के एक जिम्मेदार सुलझे हुए और परिपक्व बर्ताव की अपेक्षा की जाती है।

करन माहरा ने अंदेशा जताया कि हर बार की तरह इस बार भी भाजपा आलाकमान इस मामले का संज्ञान होने के बावजूद अनदेखा कर देगा, क्योंकि भाजपाइयों का सौ खून माफ है। इधर, पार्टी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग करते हुए दोषी मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है।

उन्होंने कहा कि जिन के कंधों पर राज्य की कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी है, जब वही आम जनता के साथ मारपीट कर कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं, तो प्रदेश में कैसे कानून का राज रहेगा। वहीं, पार्टी उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप और प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने भी इस मामले में प्रेमचंद अग्रवाल की निंदा की है।

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