नगर निगम, देहरादून के आदेश की अवहेलना
देहरादून। नगर निगम, देहरादून के आदेश की अवहेलना
गीता एन्क्लेव, मोहब्बेवाला, टाइटन रोड, देहरादून, उत्तराखण्ड में सड़क एवं नाली (9 फ़ीट चौड़ा एवं 55 फ़ीट लम्बा नाला, 12 फ़ीट चौड़ी 39 फिट लम्बी सड़क) में अवैध अतिक्रमण के विरुद्ध नगर निगम, देहरादून के आदेश उपरान्त ध्वस्तीकरण का कार्य नहीं हुआ l
वर्तमान में ध्वस्तीकरण का कार्य पूर्ण करने के बजाय फिर से अवैध अतिक्रमण निर्माणाधीन है l इस वजह की प्रबल सम्भावना है कि, अवैध अतिक्रमण कर्ता को राजस्व व नगर निगम, देहरादून के उच्चाधिकारियों का पूर्ण आसरा मिल रहा है l गीता एन्क्लेव, मोहब्बेवाला, टाइटन रोड, देहरादून के निवासियों में इस अंधेरगर्दी से रोष व्याप्त है, निवासियों द्वारा संयुक्त पत्र माध्यम से नगर आयुक्त, देहरादून को विदित कराया गया है l
गीता इनक्लेव में यहां के सत्तानशीं से लेकर जनपद व नगर पालिका प्रशासन शायद किसी हादसे का इंतजार कर रहे हैं। यह बात कुछ अजीब सी लग रही है, लेकिन यकीन मानिए यही सच है। यहां बरसात में सड़कें तालाब हो जाती हैं, आवाजाही ठप हो जाती है। और जन शिकायतें हमेशा ही नक्कारखाने की तूती हो कर रह जाती हैं। यहां के वासिंदों के लिए अब ना तो मुख्यमंत्री हैल्प लाइन 1905 के मायने शेष बचे हैं और ना ही जिला प्रशासन या निगम प्रशासन की परिक्रमा के।बिजली के करंट का खतरा कब क्या दिन दिखा दे कुछ पता नहीं। और यह बात भी शासन से लेकर प्रशासन तक के सामने भी शीशे की तरह साफ है कि सड़क में अतिक्रमण ही समस्या का एकमात्र कारण है। लेकिन पता नहीं किस स्तर पर स्वार्थ का मीठापन अतिक्रमणकारियों की ढाल बना हुआ है।
यहां लोगों का सीधे तौर पर कहना है कि गीता एनक्लेव, टाइटन रोड, मोहब्बेवाला, वार्ड न. 91, में जिस नाले से पानी की निकासी होनी थी वह गायब हो गया है। जबकि जमीन के नख्से खसरों में यहां 9 फ़ीट चौड़ा एवं 55 फ़ीट लम्बा नाला 12 फ़ीट चौड़ा 39 फिट लम्बा रास्ता दर्ज है।
इस सरेआम और गजब के अतिक्रमण का ही नतीजा है कि यहां आम जनमानस की जान का जोखिम बना हुआ है। अब तो निगम प्रशासन पर यह भी आरोप लग रहे हैं कि यह सब उन्हीं की शह पर हो रहा है।
सूबे की डबल इंजन की सरकार इस गम्भीर प्रकरण में पूर्णत मूक बाधिर बनी हुई है l