डेंगू की जांच की सही फीस तय कराएंः सीएम
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेश में डेंगू पर नियंत्रण एवं प्रभावी रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ ही सभी जिलाधिकारियों को सर्तकता एवं समन्वय से कार्य करने को कहा है। उन्होंने जन जागरूकता तथा स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के भी निर्देश दिए। सीएम ने डेंगू के उचित इलाज के लिए होने वाली जांच में आईएमए व निजी पैथोलॉजी से समन्वय बनाकर वास्तविक फीस का निर्धारण करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को सचिवालय में डेंगू की रोकथाम के लिए हो रहे प्रयासों की समीक्षा की।उन्होंने शासन के उच्चाधिकारियों, सभी जिलाधिकारियों एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर चर्चा की। डेंगू के प्रति सजग रहने तथा नियमित रूप से फॉगिंग और इसके लार्वा की जांच के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि डेंगू के प्रति खौफ के वातावरण को समाप्त करने की जरूरत है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग, आशा, आंगनबाड़ी, एएनएम, सिविल सोसाइटी के साथ नियमित रूप से जन जागरूकता अभियान चलाया जाए।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में डेंगू रोगियों की संख्या 2595 है। स्वास्थ्य विभाग हर रोगी के स्वास्थ्य के प्रति सजग है और सभी भर्ती रोगियों के स्वास्थ्य पर निरन्तर निगरानी रखी जा रही है। डेंगू स्वतः ठीक होने वाला साधारण मौसमी वायरल रोग है, जो हर वर्ष मानसून के साथ ही फैलता है। डेंगू से निपटने के लिए सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग पूर्ण रूप से तैयार हैं।
डीएम दफ्तर में बंद हो सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमालः सीएम
मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों से अपने कार्यालयों में सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग सख्ती के साथ बंद करने को कहा है। उन्होंने इसके उपयोग से होने वाले नुकसान के सम्बन्ध में जागरूकता के प्रसार पर ध्यान देने को कहा।
जल जनित रोगों के प्रति भी प्रभावी नियंत्रण की कार्यवाही के निर्देश दिये। इसके लिये ग्राम समूह पेयजल योजनाओं में भी क्लोरिनेशन की व्यवस्था करने, नियमित रूप से फॉगिंग व साफ-सफाई की व्यवस्था पर ध्यान देने को कहा। बैठक मे वित्त सचिव अमित नेगी, राधिका झा, अरविन्द सिंह हयांकी, एसए मुरूगेशन, सोनिका, अपर सचिव अरूणेन्द्र सिंह चौहान आदि उपस्थित थे।