सिडकुल की अनियमितता के विरोध में ग्रामीणों का धरना प्रदर्शन

सिडकुल की अनियमितता के विरोध में ग्रामीणों का धरना प्रदर्शन
डांडा लखौंड, देहरादून:
सिडकुल विभाग द्वारा स्थानीय दुकानदारों को शिफ्ट करने के उद्देश्य से सरकारी भूमि पर निर्मित 33 दुकानों को बाहरी व्यक्तियों को भारी रकम लेकर लॉटरी प्रणाली से आवंटित कर दिया गया। जबकि पूर्व में इन दुकानों को स्थानीय ग्रामीण दुकानदारों को दिए जाने की मौखिक सहमति दी गई थी।
निर्माण पूर्ण होने के बाद इस सहमति को दरकिनार करते हुए करोड़ों रुपए के लेन-देन के माध्यम से सिडकुल ने स्थानीय हितों की अनदेखी की। शासन-प्रशासन इस पूरे प्रकरण पर मूकदर्शक बना हुआ है। आज तक न तो स्थानीय दुकानदारों को वैकल्पिक स्थान उपलब्ध कराया गया और न ही कोई ठोस समाधान प्रस्तुत किया गया।
वर्तमान में इन 33 दुकानों के कारण आईटी पार्क-सहस्त्रधारा रोड के पास मुख्य डांडा लखौंड मार्ग पर भारी यातायात अवरोध उत्पन्न हो रहा है। दुकान स्वामियों और आगंतुकों द्वारा सड़क किनारे किए जा रहे अव्यवस्थित पार्किंग से स्थानीय जनता, विशेष रूप से महिलाओं और स्कूली बच्चों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय नागरिकों द्वारा कई बार आईटी पार्क पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन हर बार पुलिस ने उचित कार्रवाई से परहेज़ किया। प्रशासनिक उदासीनता और लगातार हो रही जन असुविधा के विरोध में आज स्थानीय ग्रामीणों ने आईटी पार्क पुलिस चौकी पर सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया।
इस धरने में वार्ड 60 के पार्षद अभिषेक पंत के नेतृत्व में अभय कुकरेती, रामा पंत, मनोज पंत, अनुज पंत, आदेश पंत, प्रदीप पंत, विश्वास कुकरेती, सुशील पंत,सुरेंद्र कुमार सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी शामिल हुए।
ग्रामीणों ने मांग की है कि इस प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए तथा स्थानीय दुकानदारों को उनका वैध हक शीघ्र प्रदान किया जाए।