सजा नहीं अब सुधार पर जोरःआईजी कुंभ

तमाम भिक्षुकों को रोजगार दिलाकर जोड़ा मुख्य धारा से
आईसीएस संजय गुंज्याल की हरिद्वार में अभिनव पहल
देहरादून। कुंभ मेला के आईजी संजय गुंज्याल ने हरिद्वार में भिक्षुकों को समाज की मुख्य धारा जोड़ने की दिशा में एक अभिनव पहल की है। मेला क्षेत्र में भिक्षा मांग रहे लोगों को प्रशिक्षण और रोजागार दिलाकर उनके चेहरों पर सम्मान से जीने की चमक लौटाई है। आईजी संजय कहते हैं कि भिक्षुकों को सजा के स्थान पर सुधार की पहल करनी होगी।
हरिद्वार कुंभ मेले के दौरान उत्तराखंड पुलिस सुरक्षा के साथ ही सामाजिक दायित्वों का निर्वहन भी कर रही है। कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल ने वहां एक अभिनव पहल की है। मेला क्षेत्र में भिक्षा मांगकर जीवन यापन करने वालों को मुख्य धारा से जोड़ने का काम भी पुलिस कर रही है। पुलिस ने तमाम भिक्षुकों का मेडिकल और कोविड टेस्ट कराया। इसके बाद इनकी हेयर कटिंग और शेविंग करवाई गई। दूसरे चरण में आईपीएस अफसर संजय ने उन लोगों को वापस घर भिजवाया तो जाना चाहते थे। इसके बाद इन्हें खाना बनाने का प्रशिक्षण दिलवाया गया। कई लोगों को होटल रेडिसन में व्यावसायिक प्रशिक्षण भी दिलवाया गया।
आईजी की पहल पर 16 लोगों को पुलिस थानों की विभिन्न मैस में खाना पकाने और खिलाने के काम पर लगवाया गया। इनकी वैरिफिकेशन करवा कर आधार कार्ड भी बनवाए गए। फिर इनके बैंक खाते भी खुलवाए गए। इन खातों में अब तक मैस में काम करने वालों की ढाई माह की तनख्वाह भी आ गई। अपनी मेहनत की पहली कमाई पाकर इन लोगों के चेहरे खिल उठे। आईजी संजय कहते हैं कि भिक्षुकों को सजा नहीं उनके सुधार पर जोर देना होगा। बार-बार पकड़कर जेल भेजने से पुलिस का मकसद हल नहीं हो सकता। जेल भेजने के कुछ दिनों बाद ही ये फिर बाहर आकर उसी काम में लग जाते हैं। आखिर इन्हें कब तक जेल भेजा जाता रहेगा। इसी को ध्यान में रखते हुए यह पहल की गई है।