संघ के शारीरिक कार्यक्रम आनंदमय बनाने को घोष आवश्यकःपदम

पांच दिवसीय स्वर साधक संगम का समापन
रूड़की (हरिद्वार) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उत्तराखंड प्रांत का छह दिवसीय स्वर साधक संगम (घोष प्रशिक्षण वर्ग) के समापन समारोह में क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख पदम ने कहा समाज में सब जगह अच्छे लोगों की आवश्यकता है। लेकिन इसके लिए समय-समय पर संघ में स्वयंसेवकों को सामूहिक प्रशिक्षण आवश्यकता रहती है।
समापन सत्र में स्वर साधकों को सम्बोधित करते हुए पदम जी ने कहा 1925 में संघ की स्थापना के लेकर पूरे देश समेत विदेशों में भी विस्तार हुआ है। समय-समय पर आई आपदाओं में स्वयंसेवकों ने विभिन्न माध्यमों से सेवा कार्य किए। लॉकडाउन में पलायन करने वाले मजदूर वर्ग के लिए रास्ते में भोजन,पानी समेत चिकित्सा सुविधाओं के भी बंदोबस्त किए। सघोष प्रशिक्षण वर्ग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए पदम ने कहा कि संगीत हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। इसके बिना मानव जीवन के पंच कोषों में आनंदमय कोष अधूरा है। इन पांच दिनों में घोष शिक्षकों द्वारा वर्ग में आये प्रशिक्षार्थी स्वयंसेवकों को विभिन्न वाद्ययंत्रों की अनेकों रचनाओं द्वारा वादन कलाओं में निपुण बनाया गया है। वर्तमान समय में पश्चिम का दुष्प्रभाव हमारी संस्कृति पर भी पड़ा है, इसके लिए हमें अपने घोष वादन द्वारा भारतीय संगीत को आगे बढ़ाना है।
लालमणि भट्ट वर्ग बताया कि 4 जनवरी इस पांच दिवसीय प्रांतीय घोष प्रशिक्षण वर्ग में उत्तराखंड प्रांत के आठ विभागों के 23 सांगठनिक जनपदों से 180 प्रशिक्षार्थियों का प्रतिनिधित्व रहा। इस प्रान्तीय स्वर साधक संगम में 140 नये वादकों का प्रतिनिधित्व रहा।
इस पांच दिवसीय घोष प्रशिक्षण वर्ग में उत्तराखंड के दूरस्थ जनपद पिथौरागढ़ के दूरस्थ क्षेत्र मुनिस्यारी क्षेत्र का इस वर्ग में प्रतिनिधित्व हुआ है। वर्ग में पिता-पुत्र भी वादक के रुप में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। 180 प्रशिक्षार्थियों को 20 शिक्षकों ने प्रशिक्षण दिया तथा 30 व्यवस्था में लगे व्यवस्था के कार्यकर्ताओं ने रात-दिन प्रशिक्षार्थियों की चिंता की स्वर साधक संगम में प्रान्तीय घोष प्रमुख योगेश्वर चौहान के मार्गदर्शन में स्वरद,आनक,शंख,वंशी आदि वादन का प्रशिक्षण दिया गया।

कोहरे के शर्दयुक्त मौसम में शिक्षकों द्वारा प्रशिक्षार्थी स्वयंसेवकों को प्रातःकाल से रात्रि कालीन कठोर दिनचर्या का पालन करते हुए प्रशिक्षण लिया। ओम बायो ग्रुप ऑफ कालेज रुड़की के चैयरमेन मुनीष सैनी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत सह प्रचार प्रमुख संजय विक्रान्त वीर जी, सुनील प्रांत शारीरिक प्रमुख, चिंरजीवी विभाग प्रचारक हरिद्वार, नरेन्द्र महता जिला प्रचारक रुड़की,पारस वर्ग के मुख्य शिक्षक विभाग प्रचारक टिहरी, विकास वर्ग के घोष प्रमुख विभाग प्रचारक पिथौरागढ़, मनोहर महर घोष प्रशिक्षक, भगवान कर्की पूर्व संगठन मंत्री हिन्दू जागरण मंच आदि अधिकारी उपस्थित थे। समापन कार्यक्रम का कुशल संचालन योगेश्वर चौहान प्रांत घोष प्रमुख द्वारा किया गया।
समापन समारोह को देखने बड़ी संख्या में समाज के प्रबुद्ध लोग देखने के लिए पहुंचे। स्वर साधक संगम के प्रशिक्षार्थियों द्वारा घोष की अनेकों रचनाओं द्वारा प्रदर्शन किया गया।