ब्यूरोक्रेसी

निजी लैब और सप्लायर को किसका संरक्षण

यूज्ड टेस्टिंग किट के बाद अब यूज्ड मास्क व ग्लब्ज की सप्लाई

कांग्रेस नेता हरीश ने सरकार पर साधा निशाना

कांग्रेस नेत्री परिणीता का गलत सप्लाई के सबूत का दावा

देहरादून। कोरोना टेस्टिंग में गड़बड़ी के साथ ही पुरानी किट इस्तेमाल के कई मामले सामने आ रहे हैं। अब यूज्ड मास्क और ग्लब्ज की सप्लाई भी सामने आ रही है। इसके बाद भी निजी लैब या सप्लायर के खिलाफ कोई एक्शन होता नहीं दिख रहा है। अब कांग्रेस ने इस मामले में सरकार पर निशाना साधा और पूछा है कि आखिर इन लोगों को किसका संरक्षण मिला हुआ है।

टेस्टिंग में गड़बड़ी के तमाम मामले सामने आ चुके हैं। अहम बात यह भी ऐसे मामलों में टेस्टिंग का ठेका लेने वाली निजी लैब के खिलाफ कोई सख्त एक्शन होता नहीं दिख रहा है। महज मौके पर मौजूद दिहाड़ी कर्मियों को ही बलि का बकरा बनाया जा रहा है। इस बात पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है कि टेस्टिंग के ऐवज में सरकारी खजाने से मिलने वाला पैसा आखिरकार जा तो निजी लैब के ही खाते में है।

इधर, आपदा को अवसर में बदलने की बात का सप्लायर भी खूब फायदा उठा रहे हैं। पिथौरागढ़ में यूज्ड मास्क और ग्लब्ज की सप्लाई पर वहां के डीएम ने सप्लायर के खिलाफ एआईआर की बात की है। लेकिन अभी तक हुआ कुछ भी नहीं। कांग्रेस नेत्री परिणीता डोभाल बड़ोनी ने लिखा कि इस्तेमाल किये हुए ग्लब्स भी इस्तेमाल मे आ रहे हैं। मैंने फेसबुक के माध्यम से बताया था। लेकिन किसी ने ये मुद्दा नही उठाया। पहले टिहरी जिले का मामला था। अब ताजा मामला पिथौरागढ़ में इसी तरह की सप्लाई का सामने आया है। मैं टिहरी जिले में यूज्ड वस्तुओं की सप्लाई का भी सबूत दे सकती हूं।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि तीरथ सिंह जी पहले से ही उपयोग में लाई गई कोरोना टेस्ट किट का इस्तेमाल यदि बार-बार करके दर्जनों लोगों की टेस्टिंग की जाएगी या कुछ पैसा लेकर के बिना टेस्ट किए ही लोगों को निगेटिव रिपोर्ट दे दी जाएगी तो यह राज्य सेहत के लिए तो खराब है ही है और यह राज्य की प्रतिष्ठा के लिए भी बहुत खराब है। आपकी सरकार ने कुछ चहेते लोगों को प्राइवेट सेक्टर में जो यह काम सौंपा है यह उसका नतीजा है और मुझे जो जानकारी मिली है उसमें ग्रामीण क्षेत्रों में भी उसी तरीके की टेस्टिंग की जा रही है तो ये बहुत चिंताजनक स्थिति है।

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