बाल आयोग पहुंचा हेलंग में महिलाओं से अभद्रता का मामला

दो साल की बच्ची को भी रखा कस्टडी में !
भाकपा माले ने बाल आयोग अध्यक्ष को लिखा खत
सोशल मीडिया पर 24 को हेलंग कूच का है आह्वान
देहरादून। चमोली जिले के हेलंग में घास ला रही महिलाओं से अभद्रता का मामला तूल पकड़ रहा है। भाकपा माले ने बाल संरक्षण आय़ोग को एक वीडियो भेजते हुए लिखा है कि किस तरह से एक दो साल की बच्ची को भी पुलिस ने अपनी कस्टडी में घंटों तक रखा। इस मामले में तमाम जनसंगठनों ने कल 24 जुलाई को हेलंग कूच का आह्वान कर रखा है। विधायक उमेश ने भी इसका समर्थन किया है।
भाकपा माले के प्रदेश सचिव इंद्रेश मैखुरी ने उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्षा को एक पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि 15 जुलाई 2022 को चमोली जिले के जोशीमठ ब्लॉक के हेलंग में घास काट कर लौट रही महिलाओं से घास छीनने और उन्हें गिरफ्तार करने की घटना पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है। लेकिन इस प्रकरण में जिस बात पर सबसे कम ध्यान दिया जा रहा है, वो यह है कि न केवल महिलाओं को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया बल्कि एक डेढ़-दो साल की बच्ची को भी पुलिस कस्टडी में लिया गया। यह ज्ञात हुआ है कि उस डेढ़-दो साल के बच्चे को भी एक घंटे से अधिक पुलिस के वाहन में बिना पानी-दूध आदि के बैठाये रखा गया।
मैखुरी ने लिखा है कि यह समझ से परे है कि किसी अबोध बच्चे को इस तरह एक घंटे तक पुलिस की गाड़ी में क्यूं और कैसे बैठाये रखा जा सकता है ? वह अबोध बच्चा किस अपराध का दोषी था, पुलिस की नज़र में ?। निवेदन है कि तत्काल उक्त प्रकरण की जांच करवा कर दोषियों के विरुद्ध उचित कार्यवाही करने की कृपा करें। इस पत्र के साथ मैखुरी ने बच्चे को पुलिस कस्टडी में रखने का वीडियो भी संलग्न किया है।
इधर, भले ही सीएम पुष्कर सिंह धामी इस मामले में गढ़वाल के आयुक्त को जांच का आदेश दे चुके हैं। लेकिन मामला सोशल मीडिया में छाया हुआ है। तमाम जन आंदोलन वाले संगठनों के साथ ही खानपुर सीट से निर्दल विधायक उमेश कुमार ने इस मामले को लेकर कल 24 जुलाई को हेलंग कूच का आह्वान भी कर रखा है। सोशल मीडिया में इस आह्वान को जमकर समर्थन मिल रहा है।