हर साल झांकी में संयुक्त निदेशक चौहान की रहती है अहम भूमिका

अब तक 13 झांकियों का कर चुके नेतृत्व
अब तक पांच राष्ट्रपतियों से कर चुके हैं भेंट
नई दिल्ली। इस वर्ष गणतंत्र दिवस परेड में शामिल उत्तराखंड की झांकी मानसखंड को देशभर में पहला स्थान मिला है। हमेशा की तरह ही इस बार भी इस झांकी के प्रदर्शन में सूचना एवं लोक संपर्क विभाग के संयुक्त निदेशक केएस चौहान की अहम भूमिका रही है। खास बात यह भी है चौहान खुद भी झांकी में एक कलाकार के तौर पर शामिल रहते हैं।
राज्य गठन के बाद से अभी तक गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखंड की कुल 14 झांकियों का प्रदर्शन राजपथ पर किया गया है। इसमें से 13 झांकियों का नेतृत्व चौहान ने ही किया है। झांकी के सेलेक्शन की एक बहुत जटिल प्रक्रिया है। केंद्र सरकार की विशेषज्ञ समिति के सामने सात बार के प्रस्तुतिकरण के बाद अंतिम चयन होता है। प्रति वर्ष औसतन केवल 14-15 प्रदेशों की ही झांकियों का चयन होता है। इस बार भी मानसखंड को इसी जटिल प्रक्रिया से गुजर कर ही अंतिम सूची में अपना स्थान बनाना पड़ा।
एक खास बात और भी है। संयुक्त निदेशक चौहान एक टीम लीडर के साथ-साथ खुद भी झांकी में कलाकार के रूप में प्रतिभाग करते हैं। उनके पास इस बारे में 15 साल का लंबा अनुभन है और उन्हें झांकियों का विशेषज्ञ माना जाता है। उत्तराखंड के टीम लीडर के रूप में उनको वर्ष 2005 से अभी तक पांच राष्ट्रपतियों से मिलने का सौभाग्य मिल चुका है। झांकी के कलाकारों की टीम को प्रधानमंत्री न अन्य मंत्रियों से भी भेंट का अवसर दिया जाता है।
संयुक्त निदेशक चौहान ने न्यूज वेट से कहा कि यह उत्तराखंड के लिए एक अहम उपलब्धि है। इस झांकी की थीम का सुझाव मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिया था। धामी झांकी को लेकर इतने उत्साहित थे कि इसके निर्माण के वक्त भी दिल्ली जाकर कलाकारों और झांकी तैयार करने वाले विशेषज्ञों से भी मिले थे।