सशक्त उत्तराखंड @ 25 थीम पर पुष्कर ने बनाया विकास का विजन

धामी ने पीएम मोदी से लिया इस पर मार्गदर्शन
देश के मुखिया ने विजन को दिखाई हरी झंडी
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देवभूमि के समुचित विकास के लिए सशक्त उत्तराखंड @ 25 थीम पर एक विजन तैयार किया है। सीएम धामी ने इस विजन का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने प्रजेंटेशन दिया और उनका मार्गदर्शन लिया। पीएम ने धामी के इस विजन पर कुछ सुझावों के साथ अपनी हरी झंडी दिखा दी है।
सीएम धामी ने तय किया है कि 2025 तक उत्तराखंड को हर क्षेत्र में सशक्त और विकसित बनाना है। इसके लिए उन्होंने सशक्त उत्तराखंड @ 25 थीम पर एक विजन तैयार किया है। विगत दिवस नई दिल्ली में सीएम धामी ने पीएम मोदी से शिष्टाचार भेंट की और विजन पर एक प्रजेंटेशन दिया। संसद में व्यस्तता के बाद भी पीएम ने धामी के साथ एक घंटे तक इस पर बात की।
पीएम मोदी ने धामी के इस विजन पर अपनी ओर से भी कुछ सुझाव देकर अपनी हरी झंडी दिखा दी है। माना जा रहा है कि इस विजन को पूरा करने के लिए अब सीएम धामी को केंद्र सरकार से भी पूरी मदद मिलेगी। सीएम धामी ने अपने इस विजन में कई विकास कार्यों के लिए केंद्रीय इमदाद की अपील की है। इस विजन के तैयार करने के लिए पिछले दिनों मसूरी में अफसरों का एक चिंतन शिविर भी आयोजित किया गया था।
सीएम पुष्कर धामी के इस सशक्त उत्तराखंड @ 25 थीम के कुछ अहम बिंदुओं में राज्य की आर्थिकी को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए रोजगार सृजन एवं उद्यमिता प्रोत्साहन के दृष्टिगत आर्थिकी को बढ़ाने वाले सेक्टर चिन्हित किए गये है। कार्यों की द्रुतगति से बढ़ाने और व्यावहारिक रोडमैप तैयार करने व निवेश को बढ़ाने सम्बन्धी रणनीति, कार्ययोजना आदि हेतु Mckinsey जैसी प्रतिष्ठित एजेन्सी को नियोजित किया गया है। नीति आयोग की भांति State Institute for Empowering & Transforming Uttarakhand (SETU) के गठन का कार्य आरम्भ कर दिया गया है। प्रधानमंत्री की उत्तराखण्ड भ्रमण पर पर्यटकों से कम से कम पाँच प्रतिशत व्यय स्थानीय सामग्री क्रय करने की अपील को प्रमुख एजेण्डा में शामिल किया है।
टी विकसित करने के लिए पर्वतीय एवं मैदानी जनपदों में 15 स्थलों को चिन्हित किया गया है। कुपोषण समाप्त करने तथा पारम्परिक तौर पर उत्पादित मोटे अनाज उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु State Millet Mission लाया जा रहा है। अधिक मूल्य वाली कृषि/बागवानी को क्लस्टर फार्मिंग एप्रोच के रूप में प्रोत्साहित किया जा रहा है, वर्तमान में 6624 क्ल्सटर चिन्हित किये गए है। मिशन प्राकृतिक खेती का क्रियान्वयन 11 जनपदों में आरम्भ किया जाना है।
पर्वतमाला योजना के अन्तर्गत 35 रोपवे चिन्हित किये गये है, जिन पर निर्धारित अवधि में कार्य पूरा किया जाएगा। राज्य में 13 हैलीपोर्टस क्रियाशील है,।प्रमुख पर्यटक स्थलों हेतु 19 हैलीपैड प्रस्तावित किये गये है। पीएम गतिशक्ति के अन्तर्गत राज्य गतिशक्ति मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन हेतु जहाँ विभिन्न उद्योगों के साथ नये एमओयू कराये जाने का प्रस्ताव है, वहीं औद्योगिक पार्कों की स्थापना तथा नये औद्योगिक क्ल्सटर व ग्रोथ सेन्टर का विकास करते हुए एक जिला- दो उत्पाद के अन्तर्गत स्वरोजगार को बढ़ावा देने की रणनीति तैयार की जा रही है। उद्योगों में निवेश को प्रोत्साहित करने हेतु लाँजिस्टिक पालिसी, सर्विस सेक्टर पालिसी, प्राईवेट औद्योगिक नीति और नयी एमएसएमई नीति लायी जा रही है। ईज ऑफ डूविंग बिजनेस के अन्तर्गत सिंगल विन्डो सिस्टम को सुदृढ़ करते हुए कम्प्लाइन्स बर्डन को कम किया जा रहा है।